लोक अदालत में 398 प्रकरणो का हुआ निपटारा

रिपोर्ट –जयविलास शर्मा
महिला संरक्षण को ध्यान रख घरैलु हिंसा, बिजली,बैंक ऋण वसूली ,मोटर विकल एक्ट सहित अन्य आपराधिक मामलों को लेकर देवभोग में लोक अदालत
गरियाबंद व्यवहार न्यायलय दैवभोग ने राजीनामा योग्य मामले को लेकर कल न्यायलय परिसर में लोक अदालत लगाया।8दिसम्बर से 15दिसम्बर तक के ऐसे मामले जिसमें आसानी से राजीनामा हो सकते हैं ऐसे एक हजार से अधिक मामलो का रजिस्ट्रेशन किया गया था।दिनभर लगे लोक अदालत में व्यवहार न्यायालय के मजिस्ट्रेट श्री मति किरण पन्ना के देखरेख में अधिवक्ता घनश्याम पात्र और प्रकाश अवस्थी के अध्यक्षता में कुल –मामलो का निराकरण हो गया। नही इस लोक अदालत में बिजली विभाग,स्टेट बैंक ,बैंक आफ बड़ौदा सहित सभी सभी ऐसे वादी उपस्थित थे जिन्होंने व्यवहार न्यायालय में वसूली को लेकर वाद प्रस्तुत किया था। इस अवसर पर मजिस्ट्रेट और अध्यक्षता कर रहे अधिवक्ताओं के अलावा अधिवक्ता सत्यनारायण बेहेरा , लक्ष्मीनारायण अवस्थी,सुशील बेहेरा,सुशील दौरा,सत्यनारायण अग्रवाल न्यायलय के खेलावन प्रसाद राव, सिध्देश्वर ठाकुर लिपिक झालेश डोंगरे सहित न्यायलय के सभी कर्मी उपस्थित रहे।
किन मामलों का लोक अदालत में हुआ था रजिस्ट्रेशन
लोक अदालत में मामलों के निराकरण के लिये न्यायालय ने कुल 1015 मामलों का रजिस्ट्रेशन किया था जिसमें बिजली विभाग के 188,स्टेट बैंक,बैंक आफ बड़ौदा, ग्रामीण बैंक के वसुली के 332 मामलों के अलावा मोटर विकल एक्ट और 510आई पी सी एक्ट के 320 मामले और अपराधिक के 50 मामलों का निराकरण हुआ था।व्यवहार न्यायालय ने ऐसे मामले जिसमे दोनों पक्ष निराकरण चाहते थे इन मामलों में कोर्ट ने पहल कर समझौता कराने के प्रयास किया है।
लोक अदालत में घरैलु हिंसा पर ज्यादा फोकस
वहीं देवभोग में आयोजित लोक अदालत में न्यायालय के ऐसे मामले जो घरेलू हिंसा आधारित है उन पर ज्यादा फोकस किया गया। न्यायालय के मजिस्ट्रेट किरण पन्ना जिनके देखरेख में लोक अदालत लगाया गया उन्होंने ऐसे मामलों में वादी प्रतिवादी को समझाईश कर मामले का निपटारा कराने की पहल की गयी नहीं उन्होने लोगों को घरैलु हिंसा से बचने की सलाह भी दी गयी।
विभिन्न मामलों में 398 रजिस्ट्रेशन का हुआ निराकरण
ऐसे तो निराकरण के लिये लोक अदालत में एक हजार से अधिक मामलो का रजिस्ट्रेशन हुआ था दिनभर चले इस लोक अदालत में नियमित दाण्डिक प्रकरण के 32 जिसमे घरैलु हिंसा भी आता है,36च आबकारी एक्ट के 45,जुआ एक्ट 2,धारा 510 आई पी सी के173,मोटर विकल एक्ट 103,बैंक वसुली के 05,बिजली बिल वसुली के 36सहित कुल 398 मामलो को निराकृत किया गया।