शासकीय रानी दुर्गावती महाविद्यालय, वाड्रफनगर ने किया भौगोलिक भ्रमण

रिपोर्ट बेनी प्रसाद
शासकीय रानी दुर्गावती महाविद्यालय, वाड्रफनगर के प्राचार्य के निर्देशानुसार भूगोल विभागाध्यक्ष श्री बीपी डेहरिया के नेतृत्व में एक दिवसीय शैक्षणिक भौगोलिक भ्रमण का आयोजन किया। इस भ्रमण का स्थान महाविद्यालय से लगभग 175 किलोमीटर दूर छत्तीसगढ़ का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मैनपाट था, जिसे “छत्तीसगढ़ का शिमला” भी कहा जाता है। भ्रमण में कुल 113 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया, जिनका नेतृत्व महाविद्यालय के प्रतिष्ठित प्राध्यापकों ने किया। इस दल में शामिल प्राध्यापक थे। श्री जगदीश कुमार खुसरो, श्री शिवम पटेल, श्री कमलेश कुमार, सुश्री रेणुका दीवान, सुश्री शालिनी कुजूर और श्री जगदेव। इस शैक्षणिक भ्रमण का उद्देश्य छात्रों को भौगोलिक विविधताओं, जलवायु, और पर्यावरणीय विशेषताओं का प्रत्यक्ष अनुभव कराना था। मैनपाट की प्राकृतिक सुंदरता, समृद्ध जैव विविधता और जनजातीय संस्कृति ने छात्रों को अपने अध्ययन के प्रति और अधिक प्रेरित किया। भ्रमण के दौरान छात्रों को टाइगर प्वाइंट, उल्टा पानी, और मछली पॉइंट जैसे प्रमुख स्थलों का अवलोकन कराया गया। साथ ही, वहां की जनजातीय परंपराओं और जीवनशैली से परिचित कराया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य श्री सुधीर कुमार सिंह ने इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के शैक्षणिक भ्रमण न केवल छात्रों के व्यावहारिक ज्ञान को बढ़ाने में सहायक होते हैं, बल्कि उनके व्यक्तिगत और अकादमिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भ्रमण से लौटने के बाद छात्रों ने अपने अनुभव साझा किए और इसे अत्यंत ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक बताया।