नेहियां वाला थाना क्षेत्र में 20 से 25 फुट तक की हो रही है माइनिंग
प्रेस रिपोर्टर (मनप्रीत सिंह)
पंजाब में भगवंत मान की सरकार बनते ही मान साहब ने सबसे पहला काम यह किया कि राज्य में खनन पर पूरी तरह से रोक लगा दी और सख्त निर्देश दिए कि जो भी अवैध खनन करता पकड़ा जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। लेकिन आज बठिंडा जिले के भुच्चो हलके के अंतर्गत थाना नेहियां वाला के नजदीक सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त चार-पांच बड़ी कॉलोनियों को काटा जा रहा है, जिसमें जमीन को ऊंचा उठाने के लिए कई-कई फुट मिट्टी डाली जा रही है ताकि वह खेती योग्य जमीन बन जाए। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि उपरोक्त कॉलोनियों के मालिकों ने मिट्टी डालने के लिए बड़े ठेकेदारों को टेंडर दे रखे हैं, जिनके पास करीब 150-200 टिपर हैं और ये ठेकेदार आसपास के गांवों से हैं जैसे वे हरिपुर और आसपास के गांवों के किसानों की जमीनों से मिट्टी एकत्रित करके बड़े पैमाने पर काम करते हैं। दूसरी ओर, वे मिट्टी खरीदने के लिए भी कॉलोनियों के मालिकों से बड़ी रकम वसूलते हैं। जहां वे मोटा मुनाफा कमा रहे हैं, वहीं खनन विभाग का करोड़ों रुपए का गबन भी कर रहे हैं और सरकार की किरकिरी करा रहे हैं, क्योंकि सूत्रों के अनुसार किसी भी जमीन से मिट्टी खोदने के लिए खनन विभाग से अनुमति लेनी पड़ती है, लेकिन सूत्रों का यह भी कहना है कि खनन विभाग की अनुमति से सरकार की किरकिरी हो रही है। पता चला है कि उक्त बड़े ठेकेदार जिनके पास करीब 150 से 200 टिप्पर हैं तथा उन्होंने दर्जनों किलों से खनन कर मिट्टी खोद ली है तथा सरकार से कोई अनुमति नहीं ली है, वे खनन के उद्देश्य से एक कॉलोनी में चेकिंग कर रहे थे। कुछ दिन पहले खदान में मिट्टी भरने का काम शुरू हुआ था। लेकिन सूत्रों के अनुसार कुप्रबंधन के कारण काम बंद कर दिया गया और बाद में सभी टिपर मिट्टी डालते नजर आए। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि उक्त ठेकेदारों द्वारा उक्त काम को अंजाम दिया जा रहा है। एक तरफ खनन विभाग और स्थानीय पुलिस आंखें मूंदकर देख रही है कि सैकड़ों की संख्या में मिट्टी से भरे टिप्पर खनन स्थल पर पहुंच रहे हैं और दूसरी तरफ खनन विभाग और स्थानीय पुलिस आंखें मूंदकर सब कुछ देख रही है। पुलिस स्टेशन में हर दिन एक व्यक्ति आता है। गांव के सामने से सड़क पार कर रहे हैं और पास में ही कॉलोनियां बन रही हैं जहां मिट्टी डाली जा रही है, लेकिन स्थानीय पुलिस को कुछ नहीं दिखाई देता। यहीं नहीं गांवों में बनी नई सड़कें भी टिप्परों से क्षतिग्रस्त हो गई हैं, जिसकी वजह से जिसका ग्रामीण क्षेत्र के लोग विरोध भी करते देखे जा सकते हैं। अब देखना यह है कि इन बड़े ठेकेदारों के खिलाफ कोई कार्रवाई होती है या फिर उपरोक्त सभी मुद्दे कागजों में दबा कर आंखें मूंद ली जाती हैं। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि यदि कोई भी छोटा-मोटा कारखाना अगर कोई बड़ा आदमी लगाता है तो खनन विभाग को तुरंत पता चल जाता है कि कारखाने में मिट्टी डाली जा रही है और कुछ ही मिनटों में लाखों रुपए की मिट्टी लेकर आ जाता है। लेकिन अब कई महीनों से बड़े पैमाने पर खनन हो रहा है हो रहा है। हो रहा है लेकिन खनन विभाग को कुछ नहीं दिख रहा है। अगर पूरे मामले की जांच किसी बड़ी जांच एजेंसी या विजिलेंस से कराई जाए तो इसमें कोई शक नहीं कि करोड़ों रुपए का बड़ा घोटाला सामने नहीं आएगा। , जब यह टिप्पर हाईवे पर तेज गति से चल रहा था अगर हैं भी तो उन पर तिरपाल नहीं है, जिस कारण रेत उड़ती रहती है और पीछे जा रहे मोटरसाइकिल व साइकिल सवारों की आंखों में भी जाती है, जिस कारण कई बार दुर्घटनाएं भी हो जाती हैं, लेकिन टिप्पर अपनी गति और तेज रफ्तार के कारण दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। तिरपाल, कोई नहीं है सावधान रहने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि टिप्पर मालिकों ने टिप्पर चालकों को सिर्फ तेज चलाने का पावर दे रखा है। क्योंकि टिप्पर मालिक बहुत बड़े ठेकेदार हैं इसलिए उन्हें रोकने वाला कोई नहीं है और वे किसी से नहीं डरते.
इस संबंध में कुछ किसानों ने अपना नाम गोपनीय रखते हुए बताया कि उक्त मिट्टी टिपरों ने हमारी फसलों को बर्बाद कर दिया है, क्योंकि जब तेज गति से टिपर चलते हैं तो मिट्टी उड़कर हमारी फसलों पर गिर रही है, जिससे हमारी फसलों की पैदावार खराब हो रही है। उन्होंने कहा कि हमने माइनिंग विभाग चंडीगढ़, डीजीपी पंजाब और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को भी शिकायत कर इनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
जब इस संबंध में नहियांवाला थाने की एसएचओ मैडम जसविंदर कौर से बात की तो उन्होंने कहा कि यह मामला अभी हमारे ध्यान में आया है और इस संबंध में मेरे द्वारा तुरंत सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जब इस संबंध में माइनिंग विभाग के एक्सीक्यूटिव सरूप चंद से संपर्क किया गया तो उन्हें सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा गया, लेकिन न तो उन्होंने और न ही उनके एसडीओ नवदीप सिंह ने कोई कार्रवाई की, जिससे पता चलता है कि दाल में कुछ काला जरूर नजर आ रहा है, इसलिए इसके बाद एस.सी. मैंने राजिंदर घई से बात की तो उन्होंने बताया कि मैंने इस संबंध में सरूप चंद से संपर्क किया है। मैंने एस डी ओ नवदीप सिंह से बात की है और मैं स्वयं इस मामले को देखूंगा तथा दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।