नगर पंचायत पर कांग्रेस का कब्जा,अध्यक्ष के लिये कांग्रेस के राजेश ने अनिता को किया परास्त

रिपोर्टर -जयविलास शर्मा
15 में 10 वार्ड पर भाजपा 4 पर कांग्रेस 1पर निर्दलीय प्रत्याशी जीते
गरियाबंद –देवभोग नगर पंचायत के प्रथम अध्यक्ष के रूप में मतदाताओं ने कांग्रेस के राजेश तिवारी को मौका दिया है।राजेश तिवारी ,भाजपा प्रत्याशी अनिता को 245 मतो से हरा कर जीत दर्ज किया है।सत्ता सीन संगठन भाजपा के भारी घेराबंदी के बावजूद कांग्रेस ने आसानी से जीत दर्ज कर लिया है ।15 पार्षदों में से 10 भाजपा के तो 4 कांग्रेस और 1निर्दलीय प्रत्याशी ने जीत दर्ज किया है ।वार्ड वार परिणाम इस तरह से हैं।
वार्ड क्रमांक 1 से भाजपा की मंजुला प्रधान,वार्ड 2 से कांग्रेस के सूर्यकांत,वार्ड 3 से भाजपा के सुशील यदु,वार्ड 4 से कांग्रेस के चंद्रिका निषाद, वार्ड 5 से भाजपा के प्रीतम यादव,वार्ड 6 कांग्रेस के जयशंकर दाऊ,वार्ड 7 से भाजपा के दुष्यंत दौरीया,वार्ड 8 से भाजपा की प्रतिमा सोनी,वार्ड 9 से भाजपा की खीरलक्ष्मी सिन्हा,वार्ड 10 से भाजपा के कमलेश अवस्थी,वार्ड 11 से भाजपा के अनुतोष अवस्थी,वार्ड 12 से निर्दलीय कुंती रेंगे,वार्ड 13से भाजपा के महादेव यदु,वार्ड 14 से भाजपा के जानकी यदु,वार्ड 15 से कांग्रेस के विनोद पाड़े ने जीत दर्ज किया है।
ना भरत ना घनश्याम मतदाता ने किया इनको राम राम
देवभोग नगर पंचायत में अग्रसेन वार्ड 10 सबसे हाईप्रोफाइल सीट रहा है इसमें भाजपा से कमलेश अवस्थी तो कांग्रेस से घनश्याम प्रधान मैदान पर थे कांटे की टक्कर के बीच हाईप्रोफाइल सीट पर भाजपा के कमलेश अवस्थी ने सीट जीत लिया है।तीन कार्यकाल में स्वयं एक पंचवर्षीय तो वहीं पत्नि रेवती प्रधान को प्रतिनिधित्व दिलाने वाले घनश्याम प्रधान की करारी हार हुयी है।वहीं वार्ड 03 मे तीन बार के पंच भरत सोनवानी को भी इस बार हार का सामना करना पड़ा है अर्जुन ने अपनी साख बचा ली है वार्ड क्रमांक 04 से पुत्री चंद्रिका को प्रतिनिधित्व दिलाने सफल हो गये है।
कांग्रेस में खुशी तो भाजपा में ग़म जीतकर नगर पंचायत हार गयी भाजपा
जहां अध्यक्ष सहित 04 पार्षद जीतकर कांग्रेस में खुशी है तो वहीं भाजपा में दस पार्षद सीट जीतने के बाद भी ग़म का आलम है। कांग्रेस ने अध्यक्ष पद पर कब्जा करने के बाद बाजे गाजे के साथ जुलुस निकाला तो वहीं भाजपा में कहीं भी खुशी नहीं देखी गयी।भले ही भाजपा ने नगर पंचायत के 15 में 10 पार्षद बना लिये है पर नगर पंचायत के अध्यक्ष पद पर! हार पार्टी के लिये बड़ी क्षति हुयी है इस तरह से भाजपा पार्षद में बडी संख्या हासिल कर लिया है पर जीत कर भी नगर पंचायत हार गयी है।
आंकड़ों की गणित कहता है चेहरे पर पड़े वोट,नया चेहरा और एकजुटता का अभाव से हुयी भाजपा की हार
अगर कांग्रेस और भाजपा को पड़े वोट के आंकड़ों को देखें तो कांग्रेस के 15 पार्षदो को 1272 मत पड़े हैं तो भाजपा के 15 पार्षदों को 1777 मत मिलें है फिर भी भाजपा अपना अध्यक्ष बनाने नाकाम हुयी है।सही मायने में भाजपा के भीतर भारी अंतर कलह और राजनिति में नया चेहेरा सहित पार्षदों का अध्यक्ष के लिये वोट साध ना पाना हार का कारण बना है।यही अध्यक्ष प्रत्याशीयों को मिले वोट पर नजर डालें तो कांग्रेस के राजेश तिवारी को 19 41 मत मिले हैं जबकि भाजपा के अनिता उपाध्याय को 1696 मत पड़े हैं।इस प्रकार आंकड़ों की मानें तो भाजपा पार्षदों को मिले मत अध्यक्ष प्रत्याशी को मिल जाते तो भाजपा अध्यक्ष पद को भी आसानी से साथ लेती।
भाजपा की कहां हुयी चुक, कांग्रेस के जीत की वजह ये रही
राजनितिक विशेषज्ञों का मानना है भाजपा कि प्रत्याशी चयन में चुक हुयी नये चेहरे को मैदान में उतारा वहीं बाजे गाजे प्रचार प्रसार पर चुनाव को फोकस किया राज्य और केंद्र सरकार के योजनाओं को भुनाने असफल रही,भाजपा के पार्षद प्रत्याशी अपनी सीट बचाने लगे रहे अध्यक्ष के लिये वोट साधने संकोच किया इसके अलावा हार के और कई कारण हैं वहीं कांग्रेस के राजेश तिवारी का पकड़ राजनितिक क्षेत्र में दो दशक से है किंग मेकर की भूमिका निभाने के साथ की आयोजनों में सक्रिय भूमिका रही है, प्रचार प्रसार से ज्यादा डोर टू डोर जनसंपर्क को प्राथमिकता देने व कार्यकर्ताओं का एक बड़ा कुनबा मतदाता के सम्पर्क में लगे थे यही कांग्रेस के जीत का कारण बना।