पति को छोड़ दुसरे के साथ रहने लग गई पत्नी पति ने कर दी कुल्हाड़ी से हत्या, अंधे कत्ल का 48 घंटे मे खुलासा

रिपोर्ट कुलदीप साहु
सारनी/बैतूल। 14 फरवरी को चिचोली में हुएं अंधे कत्ल का सोमवार को पुलिस ने खुलासा किया फरियादी प्रीतम इवने ने रिपोर्ट किया कि मेरी पत्नी इसवंती का शव एक लकड़ी की बल्ली से बंधा हुआ दिलीप उड़के के खेत के पास जामुन झीरी नाला ग्राम आमापठार के जंगल में पड़ा हुआ है। जिसके सिर पर गहरी चोट होकर खून निकल रहा है। उसकी मृत्यु हो चुकी है फ़रियादी कि रिपोर्ट पर मर्ग क्र.18/25 धारा 194 बीएनएसएस का कायम कर अपराध क्र 87/25 धारा 103(1) बीएनएस का अज्ञात आरोपी के खिलाफ कायम कर प्रकरण विवेचना में लिया गया घटना गंभीर प्रकृति की एवं महिला की हत्या की होने से तुरंत वरिष्ठ अधिकारियो को घटना के बारे में अवगत कराया गया। जिस पर पुलिस अधीक्षक महोदय के मार्ग दर्शन में जिला बैतूल से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय, एसडीओपी मंयक तिवारी साहब मय डोग स्काट एवं फोटोग्राफर तथा होशंगाबाद से एफएसएल अधिकारी मौके पर पहुंचे घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण किया फरियादी एवं आस पास के लोगो से पूछताछ की। पूछताछ के दौरान यह तथ्य सामने आया की मृतिका इसवंती की 17 वर्ष पूर्व ग्राम आमापाठार के मंगल सिंह धुर्वे से शादी हुई थी। तीन साल पहले मृतिका अपने पति मंगल सिंह धुर्वे को छोड़कर अपने मायके ग्राम आदर्श पिपरिया चली गई बाद में ग्राम आमापठार निवासी प्रीतम इवने के साथ दो साल से रह रही थी। इसी बात की रंजीश मृतिका के पूर्व पति मंगल सिंह धुर्वे रखे हुए था। जिसने मौका देखकर 13 फरवरी को शाम करीब 6 बजे जंगल में इसवंती को अकेले देखकर उसकी कुल्हाड़ी से हत्या कर दी और शव को लकड़ी की बल्ली में बांध कर नाले में फेक दिया। प्रकरण का संदेही मंगल सिंह धुर्वे घटना दिनांक से ही फरार था जिसकी पतारसी हेतु टीम गठित कर अलग अलग स्थानो में दबिश दी गई। जो संदेही मंगल सिंह धुर्वे 16 फरवरी को ग्राम खामापुर में मिला। संदेही मृतिका के पूर्व पति मंगलसिंह धुर्वे से हिकमत अमली से पूछताछ की गई जिसने अपना जुर्म स्वीकार किया बाद आरोपी मंगल सिंह से घटना में प्रयुक्त कुल्हाड़ी जप्त की गई एवं आरोपी को दिनांक 16 फरवरी को गिरफ्तार किया गया। प्रकरण में सराहनीय भूमिका एस.डी.ओ.पी. मयंक तिवारी साहब, निरी. हरिओम पटेल बाना प्रभारी चिचोली, चौकी प्रभारी दिलीप बादव, उनि संतोष रघुवंशी सउनि मुलायमसिंह मौर्य, प्रजार. 115 सुभाष काजले आर 268 प्रवल कि भूमिका रहीं