वर्तमान में कानून की शिक्षा का महत्व बड़ा तथा वकील देश में शांति स्थापित करने में बड़ी भूमिका निभा सकते है : सनोबर अली कुरैशी एडवोकेट सुप्रीम कोर्ट

संवाददाता मोहम्मद शरीफ कुरैशी
शिक्षा हर तरह के भेदभाव को ख़त्म करने के लिए ज़रूरी है – साजिद सुलेमानी, अध्यक्ष सेवा संसथान, बीकानेर
स्वर्गीय अबुल कलाम जी भारत के पहले शिक्षा मंत्री की पुन्यीयतिथि पर बीकानेर मोहल्लाह व्यापारियान जामा मस्जिद के पास मुस्लिम समाज का प्रितिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया । समारोह में 430 मेधावी प्रतिभाओं का सम्मान किया गया। समारोह की शुरुआत कुरान शरीफ की तिलावत और कारी नौशाद साहब की नात से हुई। संस्था के मंसूर अली के अनुसार, समारोह में बीकानेर जिले के हर क्षेत्र से जुड़ी प्रतिभाओं का सम्मान किया गया। समारोह का आयोजन मोहल्ला व्यापारियान जामा मस्जिद के शाही पेश इमाम मौलाना असगर साहब के सानिध्य में हुआ। अध्यक्षता कांग्रेस नेता डॉ. बी. डी. कल्ला साहब ने की। मुख्य अतिथि अधिवक्ता सुप्रीम कोर्ट श्री सनोबर अली कुरैशी साहब थे। विशिष्ट अतिथि शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष यशपाल गहलोत व डिप्टी कमांडेंट बीएसएफ सत्तार खान थे। सनोबर अली कुरैशी राष्ट्रिय अध्यक्ष कुरैश कॉन्फ्रेंस (रजि०) ने अपने भाषण में कहा की विधार्थी को अपना नजरिया हमेशा सकारात्मक रखे तथा समाज के लिए लाभदायक व्यक्तित्व का निर्माण करें तथा कहा की वर्तमान में कानून की शिक्षा के महत्व बड़ा है | जिस तरह से मौलिक अधिकारों का हनन हो रहा है ऐसे समय में ईमानदार/शक्षम वकीलों की अत्यन्ता आवश्यकता है ताकि मज़लूमो को इंसाफ दिला सके | तथा शान्ति स्थापित करने में बड़ा योगदान कर सकते है| अधिवक्ता एक आफिसर ऑफ़ दी कोर्ट होता है अधिवक्ता ही किसी के आधिकारो को लागु करा सकता है | समारोह में बच्चो में नशा मुक्ति तथा कन्या भूर्ण हत्या पर एक नाटक पेश किया जो की सभी को बहुत पसंद आया |
संस्था अध्यक्ष साजिद सुलेमानी के अनुसार, संस्था की ओर से डॉ. अमीनुद्दीन काजी को सर सैयद अहमद बीकानेर रतन अवार्ड से सम्मानित किया गया। संस्था अध्यक्ष ने अतिथियों का साफा पहनाकर व स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मान किया। साजिद सुलेमानी साहब ने कहा की शिक्षा शेरनी का दूध है जो इसे पिएगा वो ही दाहाड़ेगा तथा शिक्षा हर तरह के भेदभाव से लड़ने में सशक्त बनाती है | संस्था सचिव जाकिर नागौरी ने संस्था का परिचय दिया। संस्था से जुड़े एम एच पप्पू, अली राज्जा, अकरम अली, इनायत अली कुरेशी, मोहम्मद शारिक, यकिनुद्दीन डग्गा, अलीमुद्दीन जामी, इक़बाल अहमद, रागिब अहमद, अता-उर-रहमान, सबीर अली कुरैशी आदि ने कार्यक्रम आयोजन की व्यवस्थाओं को सुचारु रूप दिया।