काँग्रेस में तक़रार,जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी रहे शरण सिंह ने पूर्व विधायक गुलाब कमरों पर लगाये आरोप

रिपोर्टर श्रीकांत सिंह
एमसीबी- काँग्रेस में अंतर्कलह और तक़रार रुकने का नाम नही ले रहा हैं।जिला पंचायत चुनाव में मिली करारी हार के बाद आरोप-प्रत्यारोप अपने चरम पर हैं पार्टी नेता एक दूसरे पर खुलाघात कर हरवाने का आरोप लगा रहे हैं। ताजा वाक्या हैं जिला पंचायत सदस्य क्षेत्र क्रमांक-06 ताराबहरा से काँग्रेस समर्थित प्रत्याशी रहे सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष पूर्व जिला पंचायत सदस्य शरण सिंह का,जिन्होंने अपनी हार के लिए सीधे सीधे भरतपुर-सोनहत के पूर्व विधायक गुलाब कमरों को ज़िम्मेदार ठहराया हैं।बक़ायदा आदिवासी नेता शरण सिंह ने पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज को चिट्ठी लिख सम्पूर्ण मामले की जाँच कर अनुशासनात्मक कार्यवाही की माँग की हैं। पीसीसी चीफ को प्रेषित पत्र में शरण सिंह ने लिखा हैं कि वे जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक-06 से काँग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी थे,लेकिन पूर्व विधायक गुलाब कमरों ने मुझे हराने के लिए अपने वाहन चालक व भरतपुर-सोनहत विधानसभा युवा काँग्रेस अध्यक्ष मोती सिंह को मेरे विरुद्ध चुनाव में खड़ा किये,एवं काँग्रेस पार्टी के कई कार्यकर्ताओ को यहाँ तक कि अपने भाई सुरजीत सिंह को भी मुझे हराने के लिए लगा दिए थे।
*सर्व आदिवासी समाज के जिलाध्यक्ष हैं शरण सिंह
पूर्व विधायक गुलाब कमरों के खिलाफ़ बग़ावत का बिगुल फूँकने वाले शरण सिंह की गिनती क्षेत्र के पुराने और अनुभवी आदिवासी नेताओ में होती हैं,वे सर्व आदिवासी समाज एमसीबी के जिलाध्यक्ष हैं। इसके पूर्व वे अविभाजित कोरिया जिले में जिला पंचायत सदस्य रह चुके हैं और वर्तमान में राजीव गाँधी पंचायती राज संगठन छत्तीसगढ़ के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य हैं। ये पहली बार हैं कि काँग्रेस का कोई नेता पूर्व विधायक गुलाब कमरों के खिलाफ़ खुलकर आया हैं,और प्रदेश के शीर्ष नेतृत्व को शिकायती पत्र सौंपा हैं। जहाँ तक बात गुलाब कमरों की हैं वे काँग्रेस शासन काल मे भरतपुर-सोनहत विधानसभा से विधायक रह चुके हैं और दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री रहे हैं।भरतपुर-सोनहत क्षेत्र में काँग्रेस के सर्वेसर्वा गुलाब कमरों माने जाते हैं और वे ही विधानसभा में काँग्रेस के चेहरा हैं।काँग्रेस की गुटीय राजनीति में नेता प्रतिपक्ष डॉ०चरणदास महंत के समर्थक माने जाते हैं।
पूर्व विधायक कमरों द्वारा मेरे विरोध में वोट माँगे गए
काँग्रेस नेता शरण सिंह ने आरोप लगाया कि पूर्व विधायक गुलाब कमरों द्वारा मेरा विरोध किया गया एवं अपने वाहन चालक मोती सिंह के पक्ष में वोट माँगा गया, जिस कारण मैं चुनाव में पराजित हो गया।
*कोई अन्य आदिवासी चेहरा तैयार न हो,कमरों को इस बात का डर*
पूर्व जिला पंचायत सदस्य शरण सिंह ने कहा कि पूर्व विधायक गुलाब कमरों नही चाहते थे कि क्षेत्र में कोई अन्य आदिवासी चेहरा उभरे,इसलिए वे इस कुंठित मानसिकता से पार्टी विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं।कमरों के इस कृत्य से आम काँग्रेस कार्यकर्ता काफी व्यथित हैं।
आठ में से सात में काँग्रेस पराजित
भरतपुर-सोनहत विधानसभा क्षेत्रान्तर्गत जिला पंचायत की 8 सीटे आती हैं जिसमे से 1 नागपुर को छोड़कर 7 सीटों में काँग्रेस पराजित हो गयी हैं। 7 सीटों पर काँग्रेस की पराजय का कारण गुलाब कमरों की पार्टी विरोधी गतिविधियाँ जिम्मेदार हैं।
*कमरों के नेतृत्व में पार्टी पतन की ओर अग्रसर*
काँग्रेस पंचायती राज संगठन के नेता शरण सिंह ने कहा कि पूर्व विधायक गुलाब कमरों के नेतृत्व में भरतपुर-सोनहत विधानसभा में पार्टी पतन की ओर गिरती जा रही हैं,जिसका एकमात्र कारण गुलाब कमरों की पार्टी विरोधी गतिविधियां हैं। शरण सिंह की माँग हैं कि प्रदेश नेतृत्व कमरों के खिलाफ़ अनुशासनात्मक कार्यवाही करें।
*नेता प्रतिपक्ष, पूर्व डिप्टी सीएम व काँग्रेस जिलाध्यक्ष को भी किया शिकायत*
आदिवासी नेता शरण सिंह ने पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज के साथ ही नेता प्रतिपक्ष छत्तीसगढ़ विधानसभा डॉ०चरणदास महंत,पूर्व डिप्टी सीएम टी०एस सिंहदेव,और काँग्रेस जिलाध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव को भी शिकायती पत्र प्रेषित कर पूर्व विधायक गुलाब कमरो के खिलाफ कार्यवाही की माँग की हैं।