बेड़ियां पुलिस ने 24घंटे में किया अंधेकत्ल का पर्दाफाश पारिवारिक विवाद के चलते आरोपी ने की थी अपने ही जीजा की हत्या

प्रेम कुण्डले
बड़वाह/ दिनांक 09.03.25 को थाना बेड़िया पर सूचना प्राप्त हुई कि, बागदा बुजुर्ग के पास खेत मे एक व्यक्ति मृत अवस्था मे पड़ा हुआ है । सूचना पर तत्काल कार्यवाही करते हुए पुलिस टीम को तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना किया गया। पुलिस टीम के द्वारा घटनास्थल पर पहुँच कर देखने पर व परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर ज्ञात हुआ कि किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा धारदार हथियार से मृतक की हत्या कर दी है । उक्त घटना घटित होने की सूचना से वरिष्ट अधिकारियों को सूचित किया गया व थाना बेड़िया पर अपराध क्रमांक 40/2025 धारा 103 बी.एन.एस.का पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया ।
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक खरगोन श्री धर्मराज मीना के निर्देशन व अति.पुलिस अधीक्षक श्री मनोहरसिंह बारीया व एसडीओपी बड़वाह के मार्गदर्शन मे थाना प्रभारी बेड़िया उनि श्री धर्मेन्द्र यादव के नेतृत्व मे टीम का गठन किया जाकर हत्या के आरोपी को शीघ्र से शीघ्र गिरफ़्तारी कर प्रकरण का खुलासा करने हेतु निर्देशित किया गया था ।
घटनास्थल पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर जिला खरगोन से एफएसएल टीम, फिंगरप्रिन्ट टीम व डॉग स्क्वाड के द्वारा भी घटना स्थल पर निरीक्षण कर मत्वपूर्ण साक्ष्यों का संकलन किया गया । गठित पुलिस टीम के द्वारा उक्त घटना पर मृतक के फ़ोटो को आसपास के ग्रामो में सोशल मिडिया के माध्यम से सूचना देकर अज्ञात मृतक की पहचान हेतु प्रचार प्रसार किया गया । परिणामस्वरूप मृतक के शव की पहचान देव सिंग उर्फ देवा पिता अंतरसिंग करजरे उम्र 40 वर्ष निवासी ग्राम चैनपुर हाल मुकाम बैडिया के नाम से हुई । पुलिस टीम के द्वारा मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर गोपनीय तरीके से मृतक के बारे मे सूचना एकत्रित करने के लिए लगाया गया ।
परिणामस्वरूप पुलिस टीम को मुखबिर सूचना प्राप्त हुई कि, 08.03.2025 को शाम में मृतक देवीसिंग उर्फ देवा को देखा था वो किसी व्यक्ति के साथ शराब पी रहा था और वो व्यक्ति अभी चितल नदी रेल्वे ब्रिज के नीचे ग्राम बागदा में देखा है । प्राप्त जानकारी के आधार पर पुलिस टीम को तत्काल मुखबिर के बताए स्थान पर रवाना किया गया जहां पुलिस टीम को बताए हुलिये का व्यक्ति बैठा दिखाई दिया जिसे पुलिस टीम ने घेराबंदी कर पकड़ा । पकड़ मे आए व्यक्ति से उसका नाम पता पूछने पर उसने अपना नाम बादल होना बताया ।
पुलिस टीम ने बादल को मृतक का फ़ोटो दिखा कर हत्या के मामले के बारे मे पूछताछ की गई जिसमे बादल ने भी मृतक की पहचान देवीसिंग उर्फ देवा होना बताया और वो रिश्ते मे उसका जीजा होना बताया । बादल को पुलिस टीम ने बारीकी व मनोवैज्ञानिक तरीके से घटना के समय कई प्रश्न किए जिसमे बादल पुलिस टीम को पुलिस को बार बार गुमराह किया गया व स्पष्ट जानकारी नहीं देने पर उस पर संदेह होने लगा । अंततः पूछताछ के दौरान बादल ने पारिवारिक विवाद के चलते ग़ुस्से मे आकार अपने ही जीजा की उक्त हत्या की घटना को करीत करना स्वीकार किया व पुलिस टीम ने आरोपी बादल की निशानदेही पर हत्या के समय पहने हुए कपड़े व चाकू को नियमानुसार विधिवत जप्त कर आरोपी को माननीय न्यायालय पेश किया जा रहा है ।
उक्त प्रकरण मे अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) अनुभाग बड़वाह श्रीमति अर्चना रावत के मार्गदर्शन में एवं थाना प्रभारी उनि धर्मेन्द्र यादव के नेतृत्व मे उनि हरिप्रसाद पाल, उनि दिनेश भगोरे , प्रआर दीपक पाल, प्रआर.533 राजेन्द्र चौहान, आर.850 राजीव गुर्जर , आर.1050 अखिलेश, आर.1055 मनोज, आर.429 सरदार, म.आर.901 पूनम, म.आर.1039 स्वाति बैला एवं अन्य थाना स्टाफ का सराहनीय योगदान रहा ।