नदी संगम परियोजना से महाराष्ट्र अकाली से मुक्त होगा: राधाकृष्ण विखे-पाटिल

रिपोर्टर-संजय मस्कर
राज्य सरकार ने बजट में बड़ा प्रावधान कर केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी नदी जोड़ो परियोजना को बढ़ावा दिया है। जल संसाधन मंत्री राधाकृष्ण विखे-पाटिल ने विश्वास व्यक्त किया कि राज्य सरकार ने गोदावरी पुनर्भरण और मराठवाड़ा ग्रिड के लिए भारी वित्तीय प्रावधान किया है, जिससे महाराष्ट्र को सूखा मुक्त बनाने का सपना पूरा होगा। मंत्री विखे पाटिल मंगलवार (11 तारीख) को मीडिया से बात कर रहे थे।
राधाकृष्ण विखे-पाटिल ने कहा, ” उपमुख्यमंत्री अजीत पवार द्वारा प्रस्तुत बजट शहरी और ग्रामीण महाराष्ट्र में बुनियादी ढांचे के लिए सहायक है। राज्य में सिंचाई परियोजनाओं के लिए नाबार्ड के सहयोग से सिंचाई सुधार कार्यक्रम के लिए 500 करोड़ रुपये का प्रावधान महत्वपूर्ण है। गाद मुक्त बांध और गाद भरे शिवार भी किसानों के लिए बहुत फायदेमंद होंगे।”
विखे पाटिल ने कहा, “बजट में कोंकण नदियों के पानी को गोदावरी घाटी की ओर मोड़ने को प्राथमिकता दी गई है। महायुति सरकार की प्राथमिकता मराठवाड़ा के 2 लाख 40 हजार हेक्टेयर क्षेत्र को पानी उपलब्ध कराना है। इससे महाराष्ट्र को सूखा मुक्त बनाने के संकल्प को पूरा करने में काफी मदद मिलेगी।”
मंत्री विखे पाटिल ने कहा, ” महायुति सरकार किसानों के पीछे मजबूती से खड़ी है और कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग करके कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए 50,000 किसानों को मार्गदर्शन प्रदान करने का निर्णय भी महत्वपूर्ण होगा। किसानों के लिए स्मार्ट कार्यक्रम, अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष और सौर पंप योजना को हरित ऊर्जा के माध्यम से गति मिलेगी।”
उन्होंने कहा, “महायुति सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सबके लिए आवास योजना को मिशन मोड पर लागू करने का निर्णय लिया है। घरों के लिए सौर ऊर्जा सेट उपलब्ध कराने के लिए 50,000 रुपये की सब्सिडी देने का निर्णय भी लाभार्थियों के लिए राहत भरा होगा। महिला स्वयं सहायता समूहों के आंदोलन को समर्थन देते हुए महायुति सरकार 24 लाख महिलाओं को करोड़पति बनाने का लक्ष्य हासिल करेगी।” मंत्री विखे पाटिल ने यह बात कही।
बजट में नदी जोड़ो परियोजना को मंजूरी-
वैनगंगा-नलगंगा नदी जोड़ो परियोजना को सैद्धांतिक रूप से मंजूरी दे दी गई। इसकी अनुमानित लागत 88,574 करोड़ रुपये होगी। इससे 3 लाख 71 हजार 277 हेक्टेयर क्षेत्र लाभान्वित होगा। नार-पार-गिरना नदी अंतर्संबंध परियोजना से नासिक और जलगांव जिलों में 49,516 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई लाभ मिलेगा। इस परियोजना की अनुमानित लागत 7,500 करोड़ रुपये होगी।
नदी कनेक्शन के कारण उपलब्ध जल-
2,300 करोड़ रुपये की लागत वाली दमनगंगा-एकदारे-गोदावरी नदी जोड़ो परियोजना से 3.55 टीएमसी पानी उपलब्ध होगा। 19,300 करोड़ रुपये की लागत वाली तापी महापुनर्भरण परियोजना से उत्तर महाराष्ट्र और पश्चिमी विदर्भ के सिंचाई के नमक क्षेत्र के किसानों को लाभ मिलेगा।