कोंडागाँव पुलिस ने एक माह में 174 गुम मोबाइल को खोजकर लौटाया

संवाददाता- चन्द्रप्रकाश कुलदीप
छत्तीसगढ़, कोंडागांव।
जिले में साइबर सेल तथा थाना, चौकी को गुम हुए मोबाइलों के संबंध में लगातार आवेदन प्राप्त होने पर, पुलिस अधीक्षक वाय अक्षय कुमार द्वारा साइबर सेल की टीम को उनके दैनिक कार्यों के साथ गुम हुए मोबाइलों के खोजबीन की विशेष जिम्मेदारी सौंपी गई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कोंडागांव कौशलेंद्र देव पटेल तथा उप पुलिस अधीक्षक सायबर सेल सतीष कुमार भार्गव के मार्गदर्शन में सायबर सेल टीम द्वारा लगातार गुम मोबाईल की पतासाजी में लगे हुये हैं जिससे विगत 01 महीना में साइबर सेल की टीम को 174 गुम हुए मोबाइलों को रिकवर करने में सफलता मिली है जिसका वर्तमान बाजार मूल्य करीब 25 लाख रुपए है। सायबर सेल द्वारा रिकवर किए गए मोबाइल छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों बस्तर, बीजापुर, रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग व अन्य जिलें के अलावा सीमावर्ती राज्यों उड़ीसा, महाराष्ट्र, तेलंगाना से रिकवर किया गया है। रिकवर किए गए मोबाइलों में कई महंगे सेट वनप्लस, वीवो, रेडमी, सैमसंग, रियलमी, के महंगे सेट भी है। मोबाइल लौटाते हुये उनके मलिकों को मोबाइल संभाल कर रखने और दोबारा नहीं गुमने कहा गया और मोबाइल उपयोग के पूर्व उन्हें एक बार फार्मेट कर उपयोग करने की सलाह दिए हैं। कई मोबाइल स्वामी ने बताया कि वे अपने मोबाइल वापसी की उम्मीद खो चुके थे, वे उन्हें दोबारा पाकर कोण्डागांव पुलिस को धन्यवाद देकर जा रहे हैं। गुम हुए मोबाइलों को ट्रेस करने और रिकव्हर करने हेतु कोण्डागांव़ साइबर सेल द्वारा लगातार कार्यवाही की जा रही है। साइबर सेल के गठन के पश्चात साइबर सेल की टीम ने वरिष्ठ अधिकारियों के महत्वपूर्ण दिशा निर्देशन पर अब तक रिकार्ड 1500 से अधिक गुम हुए मोबाइलों को खोजकर उनके वास्तविक स्वामी तक पहुंचाया गया है। अब तक रिकव्हर किये गये गुम मोबाइलों का बाजार मूल्य आंका जाए तो करीब एक करोड रुपए होगा। पुलिस अधीक्षक वाय अक्षय कुमार ने मीडिया के माध्यम से सन्देश दिया कि जिसे भी अन्य किसी का मोबाइल प्राप्त हो तो वह तत्काल नजदीकी थाना में सूचना दें, दूसरों के मोबाइल का गलत उपयोग ना करें, बगैर बिल के कभी भी मोबाइल ना खरीदें। मोबाइल रिकवर कार्य निष्पादन में सायबर सेल सागरबती शोरी, जितेन्द्र मरकाम, लूमन सिंह भंडारी, चैतराम मरकाम, बीजू यादव, मनोज पोयाम, कृष्णा नेताम, मनीष बोष, मनोज मरकाम और लखूराम मरकाम की भूमिका सराहनीय रही है।