शासकीय प्राथमिक शाला भेंडरी में हुआ विविध कार्यक्रम
रिपोर्टर डेकेश्वर (डीके) ठाकुर
राजिम (गरियाबंद)।छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग के आदेशानुसार जिला कलेक्टर गरियाबंद दीपक अग्रवाल एवं जिला शिक्षा अधिकारी ए के सारस्वत निर्देश पर विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी रामेंद्र जोशी विकासखण्ड स्रोत समन्वयक सुभाष शर्मा के मार्गदर्शन में आज 22 जुलाई को शासकीय प्राथमिक शाला भेंडरी संकुल केंद्र लोहरसी में विविध कार्यक्रम का आयोजन किया गया।जिसमे राष्ट्रीय शिक्षा नीति2020 के 04 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर 22जुलाई से 28 जुलाई तक चलने वाले शिक्षा सप्ताह का शुभारंभ एवं टी एल एम प्रदर्शन ,गुरुपूर्णिमा उत्सव, शाला प्रबंधन समिति का पुनर्गठन आदि कार्यक्रम आयोजित किया गया।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त प्रधानपाठक जी आर ध्रुव,अध्यक्षता सरपंच मोहनलाल साहू विशेष अतिथि श्यामगिरी गोस्वामी, रामाधार साहू, भूषण लाल साहू,वेदलता गोस्वामी के रूप में उपस्थित थे।अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती की पूजा अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।कार्यक्रम का संचालन करते हुए संस्था के प्रधानपाठक राज्यपाल शिक्षक सम्मान से पुरस्कृत भागचंद चतुर्वेदी द्वारा आज के कार्यक्रम के सभी बिंदुओं पर प्रकाश डालते हुए बताया गया कि शिक्षा सप्ताह के अंर्तगत टी एल एम दिवस पर स्थानीय सामग्री के इनके कक्षा में उपयोग एव प्रदर्शन, एफ एल एन के क्रियान्वयन, खेल दिवस फिटनेस केमहत्व, सांस्कृतिक दिवस पर विद्यार्थियों में विविधता में एकता,कौशल एव डिजिटल पहल दिवस , मिशन लाइफ इको क्लब एक पेड़ मा के नाम एव अंतिम दिवस पर ,सामुदायिक भागीदारी दिवस स्थानीय समुदाय, जनप्रतिनिधि ,पालक एस एम सी, पंचायती राज संस्थाओं से मिलकर अधिकतम भागीदारीसभी कर न्यौता भोज का आयोजन एवं गुरुपूर्णिमा उत्सव मनाने महत्व को सारगर्भित रूप से बताया गया। शिक्षक लालजी सिन्हा द्वारा मात्रा चक्र के द्वारा वर्ण के आवाज से बच्चों को परिचित कराया गया।कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए श्यामगिरी गोस्वामी गुरु के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि जिस प्रकार एकलव्य ने गुरु द्रोणाचार्य के मूर्ति को अपना गुरु मानकर धनुर्विद्या सीखे।उन्हें गुरु का सानिध्य प्राप्त नही हुआ लेकिन गुरु को ध्यान लगाकर विद्या प्राप्त किये और महान धनुर्वेद बने।आप लोग भी एकलव्य की तरह अपने गुरु का ध्यान लगाकर घर पर नियमित पढाई करे तो सफलता प्राप्त करने से कोई रोक नही सकता।सेवा निवृत्त शिक्षक जी आर ध्रुव द्वारा गुरु के महत्व को बताया गया कि गु मने अंधेरा रु मन प्रकाश गुरु वह होता है जो हमे अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाता है आप लोग अपने शिक्षकों के बताएं गए मार्ग पर चलो और अच्छे अंको के साथ सफलता प्राप्त कर अपने माता पिता गांव का नाम रौशन करो। सरपंच मोहनलाल साहू द्वारा बच्चों को सम्बोधित करते हुए बताया गया कि जीवन मे तीन गुरुओं का महत्वपूर्ण स्थान होता है जो हमारे जीवन को सफल बनाते है जिसमें प्रथम गुरु माता पिता जो हमे चलना,बोलना सिखाते है, दूसरा गुरु शिक्षक होते है जो हमे पढ़ा लिखाकर जीवन जीने का कला सिखाते हैऔर तीसरा गुरु जो होता है हमे जीवन के भवसागर को पार लगाने का रास्ता दिखाते है। कार्यक्रम को भूषण लाल साहू एवं वेदलता गोस्वामी ने भी सम्बोधित कर शासन के द्वारा बच्चों में नैतिक शिक्षा का संस्कार रोपित करने चलाये जा रहे कार्यक्रम की प्रसंशा किया गया।आभार प्रदर्शन शिक्षक रेखराम निषाद द्वारा किया गया।कार्यक्रम को सफल बनाने मे शिक्षक लाल जी सिन्हा ,टीकूराम ध्रुव,प्रदीप कुमार साहू एवं बाल केबिनेट के सदस्य सनत साहू,वेदांत सेन,पेशान्त साहू,भविष्य यादव, लुपतांजली गोस्वामी, कुमुद साहू,राधिका यादव का अमूल्य योगदान रहा।कार्यक्रम मे सरपंच मोहन लाल साहू ,जी आर ध्रुव, श्यामगिरी गोस्वामी, रामाधार साहू,भूषण लाल साहू,वेदलता गोस्वामी, तारा साहू, इंद्राणी साहू,मनीषा साहू,भगवती साहू,गोदावरी साहू,पंचों बाई साहू,हिलेश्वरी ध्रुव,वंदना ध्रुव
सहित पालकगण एवं बच्चे उपस्थित थे।