इंदौर बेस्ट स्मार्ट सिटी; छह अवार्ड से नवाजेंगे* मंत्री कौशल बोले- ये 100 स्मार्ट शहर बनेंगे देश के लिए आदर्श
इंदौर- इन्दौर में मंगलवार को देशभर की स्मार्ट सिटीज को गढ़ने वाले प्रमुख लोग एकत्र हुए। दो दिवसीय इंडियन स्मार्ट सिटीज कॉन्क्लेव की शुरुआत केन्द्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय के राज्य मंत्री कौशल किशोर ने प्रदर्शनी का उद्घाटन कर की। उन्होंने कहा कि जो 2015 में स्मार्ट सिटी के लिए जिन 100 शहरों को चुना गया था, वे प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद देश के अन्य शहरों यहां तक की गांवों के लिए भी आर्दश बनेंगे।
कॉन्क्लेव में स्मार्ट सिटी मिशन के संयुक्त सचिव कुणाल कुमार ने इंदौर की तारीफ करते हुए कहा कि हम जिस शहर में हैं, उसकी विशेषता स्वच्छता या स्मार्ट शहर नहीं है। यहां की खासियत है इंदौर की जनता और उनकी मिलजुल कर काम करने की आदत है। यहा शहर सिटीजन इंगेजमेंट का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है। स्मार्ट सिटी मिशन के कुछ शहरों ने ग्रीन फील्ड में काम किया है तो कुछ शहरों ने एरिया बेस्ड डेवलपमेंट (एबीडी) किया। इसके फायदे को लेकर दो चार शहरों में स्टडी की गई। महाकाल कॉरिडोर के कारण उज्जैन में
सात गुना पर्यटन बढ़ा है।
*देशभर से आए महापौर*
स्मार्ट सिटी कॉन्क्लेव में शामिल होने आए कानपुर, जबलपुर, लखनऊ, चंडीगढ़, अहमदाबाद, सूरत, सागर, वडोदरा, रायपुर, जम्मू, आगरा, कोहिमा, कोयंबटुर, रांची, उदयपुर, वाराणसी सहित अन्य स्मार्ट सिटी के महापौर, सीईओ ने बायो सीएनजी प्लांट एवं अन्य प्लांट सहित इंदौर का स्वच्छता मॉडल देखा। विभिन्न स्मार्ट सिटी के दल ने कबीट खेड़ी स्थित स्लज हाइजेशन प्लांट, एसटीपी प्लांट, सिटी बस ऑफिस स्थित आईसीसीसी कमांड सेंटर एवं 56 दुकान का अवलोकन किया।
*इंदौर स्मार्ट स्ट्रीट*
कॉन्क्लेव में स्वच्छ शहर इंदौर ने स्मार्ट स्ट्रीट प्रदर्शित की है, जो दूसरे शहरों को आकर्षित कर रही है। इस स्ट्रीट पर स्मार्ट सिटी के विभिन्न प्रोजेक्ट प्रदर्शित किए हैं। यहां 56 बाजार को भी प्रदर्शित करते हुए दुकानें दिखाई गई हैं। इंदौर को बेस्ट स्मार्ट सिटी सहित छह अवार्ड मिले हैं। इनमें सैनिटेशन, अर्बन एनवायरनमेंट, वाटर, इकोनॉमी, बिल्ड एनवायरनमेंट और कोविड इनोवेशन शामिल है।
*वाराणसी स्मार्ट सिटी*
वाराणसी स्मार्ट सिटी ने नार्थ जोन बेस्ट सिटी में प्रथम स्थान हासिल किया है। वाराणसी में 984 करोड़ के 54 प्रोजेक्ट पर काम हुआ। नमो घाट नया बनाया गया। स्मार्ट सर्विलांस का पहला कैमरा सिस्टम यहीं लगा है। इसके तहत 3 हजार कैमरे लगाए हैं, जो 64 तरीके से चेहरे की पहचान कर सकता है। यह एशिया का पहला मॉडल है। तंग गलियों के शहर वाराणसी में स्मार्ट पार्किंग डेवलप की गई है।
*भुवनेश्वर स्मार्ट सिटी*
भुवनेश्वर स्मार्ट सिटी को बेस्ट (एमएसआइ) मास्टर सिस्टम इंटीग्रेटेड में अवार्ड मिला है। शहर ने मल्टी लेवल कार पार्किंग पर बेहतरीन काम किया है। इससे शहर को पहचान के साथ ही ट्रैफिक जाम से राहत भी मिली है। पहले शहर में सड़क किनारे पार्किंग की जाती थी, अब इन स्थानों को वेंडर जोन घोषित कर दिया है। गलत स्थानों पर पार्किंग करने वालों से जुर्माना वसूला जा रहा है।
*नामची स्मार्ट सिटी*
नामची (सिक्किम) स्मार्ट सिटी को जोनल अवॉर्ड मिला है। नामची ने मल्टी लेवल कार पार्किंग पर अच्छा काम किया है। पार्किंग में सोलर पैनल लगाए गए हैं। स्मार्ट सिटी के तहत इंट्रीग्रेटेड पाइपलाइन डाली गई है। पानी सप्लाई के लिए जीआइ पाइपलाइन हटाकर डीआइ पाइपलाइन फिक्स की गई है। इसमें लीकेज और टूटने का चांस न के बराबर होता है। इससे नामची में पानी की समस्या खत्म हुई है।
*स्मार्ट सिटी सूरत*
स्मार्ट सिटी सूरत को एकीकृत कमांड कंट्रोल सेंटर में द्वितीय बेस सिटी का अवार्ड मिला। कैनाल पाथ-वे और कोविड वार रूम के लिए भी सूरत को अवार्ड मिला। कंट्रोल सेंटर की प्रदर्शनी भी लगाई है। सूरत स्मार्ट सिटी एकीकृत कमांड कंट्रोल सेंटर से 108 किमी बीआरटीएस और 404 किमी सिटी बस नेटवर्क को मॉनिटर करता है। 57 रूट से 943 बसों का संचालन शहर में होता है।
*अहमदाबाद स्मार्ट सिटी*
अहमदाबाद स्मार्ट सिटी को हेरिटेज प्रोजेक्ट में पहला स्थान मिला है। स्मार्ट सिटी ने हेरिटेज साइट को डिजिटल किया है। शहर के हेरिटेज स्थलों को ऐप से जोड़ा है। ऐप से ही देश और विदेश की करीब चार भाषा में जानकारी मिलती है। इससे इतिहास से भी जोड़ा है। शहर भर में 100 से अधिक हैरिटेज स्थल बनाए गए हैं। इस ऐप में डी प्रजेंटेशन भी रहता है।
*चंडीगढ़ स्मार्ट सिटी*
चंडीगढ़ स्मार्ट सिटी को ई-गवर्नेस में प्रथम स्थान मिला है। स्मार्ट सिटी ने ई-गवर्नेस में म्युनिसिपल की 91 सर्विस ऑनलाइन कर दी। ऑनलाइन कार्रवाई के लिए कागजी कार्रवाई को कम किया गया है। ऑनलाइन अप्लाई होने पर यदि तय समय में कम नहीं हुआ तो उच्च अधिकारी मॉनीटरिंग करते हैं और इसे शिकायतकर्ता ही बंद कर सकता है।
*चंडीगढ़ स्मार्ट सिटी*
स्मार्ट सिटी ने तीन चरणों में 227 किमी का साइकिल ट्रैक बनाया है। चौथे चरण में 68 किमी का ट्रैक निर्माण बाकी है। इसके बाद साइकिल शेयर प्रोग्राम शुरू किया। यह देश का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है। इस प्रोजेक्ट के तहत 5 हजार साइकिल है और 617 साइकिल स्टेशन वहीं, चंडीगढ़ को मोबिलिटी में भी पहला स्थान मिला है।
*रांची स्मार्ट सिटी: बसाया नया शहर*
रांची स्मार्ट सिटी को बेस्ट परफॉर्मेंस ईस्ट जोन का अवार्ड मिला है। स्मार्ट सिटी ने रांची का एक नया शहर बसा दिया। 656 एकड़ लेंड पर सर्व सुविधा युक्त शहर बसाया गया है। यह शहर आगामी 50 साल की सुविधा को देखते हुए बसाया गया है। बिजली, ऑप्टिकल फाइबर ड्रेनेज सभी (अंडरग्राउंड डाले गए हैं।