ट्रायल के लिए दिन-रात काम, ग्रीन नेट से ढंके अधूरे स्टेशन पर हरी झंडी दिखाएंगे सीएम

भोपाल में ट्रायल रन 3 अक्टूबर को होगा।
इंदौर• इंदौर में मेट्रो ट्रेन के ट्रायल रन की तारीख तय हो गई है। 30 सितंबर यानी आज मेट्रो ट्रेन 5.9 किलोमीटर रूट पर दौड़ेगी। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहेंगे।
भोपाल में ट्रायल रन 3 अक्टूबर को होगा। इस अवसर पर नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह भी मौजूद रहेंगे।
नगर स्टेशन पर मेट्रो ट्रेन का ट्रायल रन होगा। इंदौर के लिए यह पल यादगार होगा, जिसके साक्षी शहर की आम जनता बनेगी। इसको लेकर शहर की सभी सामाजिक, धार्मिक और अन्य संस्थाओं को आमंत्रित किया जा रहा है। इसके अलावा राजबाड़ा और 56 दुकान पर लाइव प्रसारण भी होगा। प्रशासनिक संकुल में सांसद शंकर लालवानी और कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने शहर की प्रमुख संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर मेट्रो ट्रेन के ट्रायल रन को ऐतिहासिक बनाने का आग्रह किया। लालवानी ने कहा, हमें गर्व होना चाहिए कि हमारा शहर अब मेट्रो सिटी हो रहा है। मुख्यमंत्री फ्लैग ऑफ करेंगे। उनके साथ केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र सिंह भी मौजूद रहेंगे। चर्चा के दौरान संस्थाओं ने पूछा- कितने लोगों के बैठने की क्षमता है। हम सम्मान के साथ लोगों को बुलाएंगे तो व्यवस्था भी ठीक होनी चाहिए। इस पर कलेक्टर ने आश्वासन दिया कि यह कार्यक्रम शहर का है और 8 हजार लोगों के बैठने की क्षमता है। बैठक में सभी संगठन के प्रतिनिधियों को आमंत्रण पत्र दिए गए।
*इंदौर के गांधी नगर स्टेशन से सुपर कॉरिडोर तक 5 स्टेशनों का ऑडिट*
1.- गांधी नगर से सुपर कॉरिडोर के बीच 5.9 किलोमीटर के हिस्से में मेट्रो का ट्रायल रन होगा। ये बाहरी इलाका होने से यहां कमर्शियल रन नहीं किया जा सकता।
2.- गांधी नगर से रेडिसन चौराहा तक पहले फेज में 17 किमी में कमर्शियल रन अगले साल अंत तक हो सकता है। क्योंकि इसके लिए लंबी कागजी प्रक्रिया और परमिशन की जरूरत होगी। यह 31 किमी लंबे कुल रूट का 60% हिस्सा ही है।
3.- रेडिसन के आगे रोबोट, खजराना, बंगाली चौराहा, पत्रकार, पलासिया पर नाममात्र काम हुआ है। सिर्फ बेसमेंट खुदाई चल रही है।
4.- पलासिया के आगे से गांधीनगर एयरपोर्ट तक जाने के लिए अंडरग्राउंड लाइन प्रस्तावित है, जिसके रूट, स्टेशन पर अंतिम मोहर बाकी है। जमीनी खुदाई का भी हो रहा है।
5.- अंडरग्राउंड ही मेट्रो राजबाड़ा को कनेक्ट करेगी और बड़ा गणपति से एयरपोर्ट होते हुए गांधी नगर डिपो पहुंचकर पूरी 31 किमी की रिंग लाइन बनाएगी। मेट्रो रिंग लाइन 2026 से पहले पूरी होने की उम्मीद नहीं है।
यह भी जानिए।
1.67 मीटर लंबी है एक ट्रेन :* दरअल, तीन कोच को जोड़ने के बाद एक ट्रेन बनती है जिसकी लम्बाई 67 मीटर है। जब ट्रेन एक छोर से शुरू होगी और आखिरी स्टेशन तक जाएगी तो फिर सबसे आखिरी कोच से यह शुरू होगी। इस तरह पहला और आखिरी कोच ड्राइविंग पार्ट के रूप में भी काम करेगा।
2. सभी कोच स्टेनलेस स्टील के और रस्ट प्रूफ :* मेट्रो के तीनों कोच सफेद और पीले रंग के लुक में बनाए गए हैं। पहला और तीसरा कोच इंजन की तरह काम करेगा जबकि बीच का कोच ट्रेलर कार है। ट्रेन के कोच स्टेनलेस स्टील से बने हैं और रस्ट फ्री है। जंग लगने की कोई आशंका नहीं रहेगी। ट्रायल शुरू होने के बाद कई दिनों तक दोनों ओर से संचालन ड्राइवर करेंगे। इके बाद में यह ऑटोमैटिक होता रहेगा।
3. तीन कोच की रहेगी एक ट्रेन,* 25 ट्रेन दौड़ेगी मेट्रो सूत्रों के मुताबिक इंदौर में इस तरह के कुल 75 कोच
आएंगे। इस तरह तीन-तीन कोच की 25 ट्रेन मेट्रो चलेगी। अगले साल तक ये सभी ट्रेन तैयार हो जाने के बाद इनके ट्रेक, समय व संचालन का शेड्यूल तैयार होगा। तब तक ट्रायल रन के लिए शुरू की गई ट्रेन का ही संचालन होगा।
4. कोच में है आमने-सामने की सीटिंग :* प्रत्येक कोच में आमने-सामने की लम्बी सीटें हैं। इन सीटों पर 45 से ज्यादा यात्री बैठ सकेंगे। इसी तरह बीच वाले हिस्से और दरवाजे तक पर्याप्त जगह है जहां 300 से ज्यादा यात्री खड़े हो सकेंगे। करीब 350 यात्री एक कोच में यात्रा कर सकेंगे। हर कोच के दरवाजे ऑटोमैटिक हैं। कोच में यात्रियों के मोबाइल चार्जिंग के लिए पर्याप्त पाइंट हैं।
2026 तक रिंग लाइन पूरी करेंगे
30 सितंबर शाम 4 बजे से ट्रायल न शुरू करने जा रहे हैं। गांधी नगर से रेडिसन चौराहा तक दिसंबर 2024 तक कमर्शियल रन शुरू कर दिया जाएगा। 2026 तक गांधी नगर टू गांधी नगर पूरी रिंग लाइन बन जाएगी। शुरुआत में मेट्रो ड्रायवर चलाएंगे, फिर ऑटोमैटिक पर जाएंगे। मेट्रो के हर कोच में 300 लोग बैठ सकेंगे।
मनीष सिंह – एमडी, मप्र मेट्रो रेल प्रोजेक्ट
रिपोर्टर मोहम्मद अय्युब