हर्षोल्लास के साथ मनाया गया ईद-ए-मिलाद-उन-नबी: नगर में निकला जलसा, नगर की सामाजिक धार्मिक संस्थाओं ने किया स्वागत।
आलोट।बारावफात का जलसा और जुलूस अपनी परंपरा के अनुसार मनाया गया। इस्लाम धर्म के आखिरी पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जन्मोत्सव को इस्लामिक कैलेंडर हिजरी के अनुसार 12 रबीउल अव्वल को मनाया गया। शहर में एक ऐतिहासिक जलसा व भव्य जुलूस का आयोजन हुआ। जलसा शहर के दरगाह मोहल्ले से शुरू हुआ जो नगर के प्रमुख मार्गो से होता हुआ दरगाह मोहल्ले में पहुंचा जहां जलसे का समापन हुआ। इस दौरान जलसे मे बड़ी संख्या में मुस्लिम लोग शामिल हुए। जलसे का नगर में सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं में स्वागत किया नगर की रणजीत हनुमान व्यायाम शाला,अंजुमन हुसैनी कमेटी, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी आलोट, बेलीन परिवार, रंगरेज़ कमेटी, नगर परिषद आलोट सहित अन्य संस्थाओं भी स्वागत किया।इस दौरान अंजुमन कमेटी के उपाध्यक्ष पद पर नियुक्त होने पर वसीम लाल का अंजुमन कमेटी के सदस्यों ने साफा बांधकर स्वागत किया।
हजरत मोहम्मद साहब के जन्म उत्सव को 12 दिनों तक मानते हैं मुस्लिम जन।
हजरत मोहम्मद सल्ललाहों अलैह व सल्लम का जन्म अरब के मक्का शहर में 570 ई. में हुआ था।
उनके अनुयाई इस दिन को 12 दिनों तक उत्सव के रूप में मनाते हैं शहर के मोहल्लों को रंग बिरंगी झालरों, लाइट बत्ती वह झंडों से सजाया गया।
अंजुमन कमेटी के सदर आसिफ लाल ने कहा की धर्म सिर्फ इंसानियत और मानवतावाद का संदेश देता है। दुनिया में प्रेम था और प्रेम हमेशा रहेगा। नफरत की जगह कहीं न थी न रहेगी।
आबिद लाला , पप्पू पठान, हैदर रंगरेज़, शाकिर भाई, अंजुमन कमेटी सचिव अशफाक कुरैशी सहित नगर के मुस्लिम जन उपस्थित हुवे
रिपोर्ट सुनील चोपड़ा