विजय दशमी पर अपने अंदर के रावण को खत्म कर, महिलाओं और सनातन संस्कृति का करें सम्मान! शिवराज
रिपोर्ट अजय मालवीय
भोजपुर विधानसभा के रायसेन जिले में ओबेदुल्लागंज का दशहरा त्यौहार को सालो से चली आ रही अनोखी परम्परा – महावीर हनुमान जी का चोला। असीम आनन्द और हर्षोल्लास के नौ दिनों का उचित समापन बुराई पर अच्छाई की विजय के प्रतीक पर्व दशहरा मनाया जाता है। माँ दुर्गा के नौ रूप और हर नाम में एक दैवीय शक्ति को पहचानना ही नवरात्रि मनाना है। हिंदू उत्सव समिति एवं सभी नगरवासियों के सहयोग से दशहरा मैदान में रावण, मेघनाथ, कुंभकर्ण का पुतला जलाकर असत्य पर सत्य, अधर्म पर सनातन धर्म की विजयदशमी का पर्व को पूरे विधि विधान परंपरा एवं हर्ष उल्लास के साथ में मनाया जाता है |
*विजय दशमी पर अपने अंदर के रावण को करें खत्म! शिवराज*
दशहरा मैदान में हिन्दु उत्सव समिति द्वारा आयोजित चल समारोह में पहुंचे केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महिला अत्याचार पर कड़ी चेतावनी दी है। शिवराज ने कहा आज विजय दशमी पर अपने अंदर के रावण को खत्म करें। राम की सिर्फ पूजा कर लेने से कुछ नहीं होगा, राम जैसे चरित्रवान बनने उनकी मर्यादा का अनुसरण करना होगा। देश में महिलाओं को अगर बूरी नजर से देखोगे तो बक्से नहीं जाओगे। आज सभी संकल्प लें कि सभी महिलाओं का सम्मान करें एवं देवी स्वरूपा बेटियों से दुर्व्यवहार न होने दें। इस अवसर पर क्षेत्र के विधायक सुरेन्द्र पटवा ने सभी को विजय पर्व की बधाई दी एवं भोजपुर में भाइचारे के साथ आगे बढ़ने का आव्हान किया। कार्यक्रम में पूर्व केन्दीय मंत्री सुरेश पचौरी एवं पूर्व मंत्री राजकुमार पटेल भी उपस्थित थे।
*भोजपुर क्षेत्र में ओबेदुल्लागंज का दशहरा त्यौहार को खास बनाती परंपरा*
1 “महावीर हनुमान जी का चोला” इस वर्ष 6 महावीर चोले चल समारोह में अनूठी परम्परा वर्षों से दशहरा पर्व पर नगर के मुख्य चौराहा से दशहरा मैदान तक महावीर सेवा दल के सदस्यों की कड़ी सुरक्षा में निकलता है।
2 माँ दुर्गा जी की झांकी के चल समारोह में भगवान राम-लक्ष्मण जी के रथ के साथ महावीर हनुमान जी का चोला आकर्षण का मुख्य केंद्र रहता है।
3 हिंदू उत्सव समिति ओबेदुल्लागंज के बैनर तले दशहरा मैदान में हजारों की संख्या में भक्त मौजूद रहे।
4 झांकियों को पुरस्कार वितरण एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने बनाया भक्ति भाव का माहोल।
5 दशहरा पर्व में रावण, मेघनाथ, कुंभकर्ण का पुतला जलाकर असत्य पर सत्य, अधर्म पर सनातन धर्म की विजयदशमी का पर्व को पूरे विधि विधान परंपरा एवं हर्ष उल्लास के साथ में मनाया जाता है |
6 सुरक्षा व्यवस्था नजर पुलिस प्रशासन भी मुस्तैद रहा, पुलिस प्रशासन की निगरानी में सुरक्षित उत्सव मनाया गया | वही दुर्गा प्रतिमाओं का पूरे विधि विधान मंत्र उच्चारण हवन पूजन के बाद विसर्जन किया गया |