सागर बंगले पर पहुंचे करमाला बीजेपी के पदाधिकारी, क्या होगा फैसला ?
रिपोर्टर-संजय मस्कर
उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने आज सागर बंगले पर करमाला भाजपा के सभी पदाधिकारियों को बुलाया है, अगर करमाला की सीट भाजपा के कब्जे में जाती है और भाजपा पार्टी में शिवसेना-भाजपा के पारंपरिक प्रतिद्वंद्वी को उम्मीदवार बनाया जाता है, तो शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता और इन दोनों पार्टियों के पदाधिकारी काम नहीं करने का निर्णय
लिया है !
शिवसेना सोलापुर जिला महासचिव गणेश चिवटे,
तालुका प्रमुख रामभाऊ ठाणे, शहर प्रमुख जगदीश अग्रवाल, ओबीसी तालुका अध्यक्ष विनोद महानवर, तालुका समन्वयक काकासाहेब सरङे आदी
सागर बंगले पर मौजूद हैं !
इस अवसर पर बोलते हुए जगदीश अग्रवाल ने कहा कि
तीस साल से हमने भारतीय जनता पार्टी के लिए ईमानदारी से काम किया है, हर बार अतिरिक्त उम्मीदवार देकर भाजपा कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने का समय आ रहा है।
करमाला विधानसभा पारंपरिक शिवसेना का निर्वाचन क्षेत्र है, अगर इसे शिवसेना को दिया जाता है तो कोई समस्या नहीं है।
लेकिन भाजपा के किसी निष्ठावान कार्यकर्ता को ही उम्मीदवार बनाया जाना चाहिए।
भाजपा प्रत्याशी वही हैं जिनके खिलाफ वे हमेशा लड़ते रहे हैं तो सवाल खड़ा हो गया है कि कार्यकर्ता किस मुंह से मतदाताओं के सामने जाएंगे।
पार्टी नेतृत्व को इस बात पर भी विचार करना जरूरी है कि करमाला से भाजपा प्रत्याशी 52 हजार से पीछे रह गये थे, जिसका नतीजा यह हुआ कि लोकसभा चुनाव में उन्हें भाजपा पार्टी में लाकर आर्थिक मजबूती दी गयी,
जिला महासचिव गणेश चिवटे ने मांग की है कि वरिष्ठ नेताओं को बाहरी लोगों को ताकत देने के बजाय उसी कार्यकर्ता को ताकत देने का काम करना चाहिए जिसने ईमानदारी से वर्षों तक भाजपा के लिए काम किया है।
अगर भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना मिलकर काम करें तो गठबंधन के निष्ठावान कार्यकर्ताओं की जीत जरूर होगी!
पार्टी नेताओं पर भरोसा करना जरूरी-
शिवसेना जिला प्रमुख महेश चिवटे ने प्रतिक्रिया दी है कि पार्टी नेताओं को पिछले 20 से 25 वर्षों के इतिहास की जांच करनी चाहिए कि आयाराम गयाराम तालुका में अपने समूह का विस्तार करने और फिर से पार्टी का उपयोग करने के लिए पार्टी का उपयोग करते हैं।