इन्दौर में सडक़ बनाने के लिए सडक़ पर विध्वंस
रिपोर्ट राहुल काबरा
इंदौर। अब तक की सबसे बड़ी मुहिम, खड़े गणपति मंदिर से नंदबाग के आगे के हिस्सों में पहुंचा निगम का भारी भरकम अमला बाधक हिस्से तोड़े, दशरथबाग, मातेश्वरी कालोनी, राखी नगर, गणेशबाग, ऋषि नगर में बड़ी संख्या में बाधाएं हटाने के लिए पुलिस बल के साथ-साथ निगम का अमला जुटा 110 मकानों को निगम ने तोड़-कुतरा
खड़े गणपति से टिगरिया बादशाह सुपर कॉरिडोर को जोडऩे वाली सौ फीट चौड़ी सडक़ के लिए नगर निगम ने आज फिर बाधाएं हटाने का काम शुरू कर दिया। पहले नंदबाग में कार्रवाई की गई थी, अब दशरथबाग, गुलाबबाग, मातेश्वरी कालोनी, ऋषि नगर और उसके आसपास के कई क्षेत्रों में 110 मकानों के बाधक हिस्से तोडऩे के लिए एक दर्जन पोकलेन और दस जेसीबी की मदद ली गई। 250 से ज्यादा निगमकर्मियों और पुलिसकर्मियों की फौज पूरे क्षेत्र में तैनात की गई थी। कई जगह नए मकानों के हिस्से भी तोडऩे को लेकर रहवासी गुस्सा हुए।उनका कहना था कि 6 महीने और सालभर पहले अफसरों ने निशान लगाए थे, उसी आधार पर तोड़े और अब बनाने के बाद फिर नए सिरे से निशान लगा दिए। इसको लेकर कई जगह विवाद चलता रहा। सडक़ के दोनों छोर पर कार्रवाई चल रही थी और कार्रवाई देखने के लिए लोगों का हुजूम जमा था।गत दिनों नंदबाग क्षेत्र में सौ फीट चौड़ी सडक़ के लिए बड़े पैमाने पर तोडफ़ोड़ की गई थी। इस तोडफ़ोड़ के बाद अधिकारी अन्य क्षेेत्रों की बाधाएं भी हटाने को लेकर मंथन कर रहे थे। कल हुई प्लानिंग के बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल बुलाया गया, साथ ही निगम का रिमूवल अमला और सारे अधिकारी मौके पर बुलाए गए, ताकि विवाद होने पर निपटा जा सके। नगर निगम उपायुक्त लता अग्रवाल के मुताबिक खड़े गणपति मंदिर से लेकर टिगरिया बादशाह तक बनने वाली सौ फीट चौड़ी सडक़ के लिए पिछले दिनों मकानों की 63 बाधाएं हटाई गई थीं और आज फिर नएक्षेत्रों में कार्रवाई का अभियान शुरू किया गया। आज दशरथबाग, मातेश्वरी नगर, राखी नगर, ऋषि नगर, गणेशबाग के मुख्य मार्ग पर कार्रवाई करते हुए मकान-दुकानों के बाधक हिस्से हटाए गए। इसके लिए निगम का अमला और संसाधन तैनात किए गए थे।नंदबाग में कार्रवाई के बाद आसपास की अन्य कालोनियों में कार्रवाई के लिए नगर निगम ने कल से ही बड़े पैमाने पर तैयारी कर ली थी। इसके लिए 12 पोकलेन, दस जेसीबी और कई डंपरों के साथ 250 से ज्यादा निगम के रिमूवल कर्मचारियों की फौज पूरे मार्ग पर तैनात कर एक साथ कार्रवाई शुरू करने की तैयारी चल रही थी।
एक दर्जन पोकलेन और दस जेसीबी के साथ 250 रिमूवलकर्मियों का अमला हुआ क्षेत्र में तैनात नंदबाग की कार्रवाई के दौरान कई बार संसाधनों की कमी पडऩे के चलते इस बार पूरी तैयारी रखी गई है। एक दर्जन पोकलेन के अलावा वर्कशॉप में कुछ और पोकलेन तैयार रखने को कहा है, ताकि जरूरत पडऩे पर उन्हें मौके पर बुलवाया जा सके।खड़े गणपति मंदिर से टिगरिया बादशाह तक सौ फीट चौड़ी सडक़ के लिए नगर निगम ने पिछले दिनों नंदबाग में 63 मकानों पर कार्रवाई की थी और बड़े पैमाने पर तोडफ़ोड़ के बाद लोगों के चार से पांच फीट के हिस्से ही मकान के रूप में बचे हैं। लेकिन रहवासियों का दर्द है कि अगर नगर निगम के अधिकारी उन्हें पहला बता देते तो वे लाखों की राशि खर्च कर मकान नहीं बनाते और इनमें से कई मकान तो ऐसे थे, जो डेढ़ से दो साल की अवधि में ही बनाए गए थे। आज भी जब निगम का रिमूवल अमला क्षेत्र में पहुंचा और दूसरेछोर पर सडक़ के लिए मकानों के हिस्से तोड़े जा रहे थे तो नंदबाग में पूरा परिवार मकानों का टूटा मलबा समेटने में ही जुटा था।आज भी 5 से 10 फीट तक के हिस्से तोड़े जाएंगे नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक आज दिनभर में सारी बाधाएं हटाने का लक्ष्य रखा गया है। 110 मकानों में से अधिकांश के पांच से दस फीट के हिस्से सडक़ की जद में आ रहे हैं। कुछ लोग अपने स्तर पर तोड़ रहे हैं तो कुछ जगह निगम की पोकलेन बड़े निर्माणों के बाधक हिस्से तोडऩे में जुटी है। नंदबाग से लेकर पूरे टिगरिया बादशाह तक तोडफ़ोड़ लोगों द्वारा खुद ड्रील मशीनों की मदद से बाधक हिस्से हटाने का काम जोरशोर से किया जा रहा है, ड्रील मशीनों की आवाज से पूरे क्षेत्र की गूंज रही है।मातेश्वरी कालोनी में आरो मेडिकल के संचालक संजय पाटिल को दो दिन पहले अटैक आने के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनकी पत्नी शिल्पा पाटिल ने बताया कि दो दिन पहले नगर निगम के अधिकारी फिर आए थे और वापस से नपती कर निशान लगाए उसके बाद से संजय तनाव में थे और उसी के चलते शाम को उन्हें अटैक आ गया, उनकी पत्नी निगमकर्मियों से दो, तीन दिन की मोहलत के लिए आग्रह करती रही।