राम-जानकी से मांगा मंगल जीवन का आशीष ,गांधी चौक स्थित श्रीराम जानकी मंदिर में भगवान के विवाह महोत्सव में गूंजे मंगल गीत

रिपोर्ट दिलीप माहेश्वरी
बलौदाबाजार। सनातन धर्म में विवाह पंचमी का विशेष महत्व है। श्रीराम कथा में वर्णित है कि अयोध्या से बारात जनकपुरी ले जाई गई थी। इसमें दूल्हा के स्वरूप में श्रीराम, भरत, लक्ष्मण और शत्रुहन के अलावा अन्य बारातियों मे वशिष्ठ, विस्वामित्र, व समूचे अयोध्या के नागरिक शामिल हुए थे। बारात की इसी परंपरा को निभाते हुए नगर के मानस संघ द्वारा अगहन शुक्ल पक्ष की पंचमी पर रविवार को गांधी चौक स्थित श्रीरामजानकी मंदिर में विवाह पंचमी महोत्सव धूमधाम से मनाई गई। मानस संघ द्वारा आयोजित विवाह में ढोल बाजे, रंगीन लाइट तथा फटाखों व बाजे-गाजे के साथ शाम 7 बजे श्रीराम की बारात खुले वाहन को फूल, छत्र आदि से सजाकर निकाली गई जो बजरंग चौक से होते हुए सदर रोड, नेहरू चौक, गांधी चौक से होते हुए रात 10.00 बजे वापस रामजनकी मंदिर पहुंची। बारात के दौरान भगवान श्रीराम तथा माता जानकी के रूप में तैयार बच्चों का जगह-जगह स्वागत किया गया। इस दौरान भाटापारा के विन्दु सतसंगमण्डल द्वारा दीपक केसरवानी के मार्गदर्शन में बारातियों के रूप में शानदार भजनों की प्रस्तुति दी गयी। रामजी की निकली सवारी,,,,,,रघुपति राघव राजाराम के गायन और हरे राम हरे राम के धुन ने लोगो को नृत्य करने के लिए विवश कर दिया बारात में सैकड़ों की संख्या में नगरवासी नाचते-गाते जा रहे थे। इस मौके पर भगवान राम और सीता के विवाह समारोह में मंगल गीत गूंजे। मानस मंदिर वापस आकर हिन्दू रीति-रिवाज के अनुसार बारातियों के जोरदार स्वागत के बाद जलपान का रिवाज पूरा किया गया। इस विवाह समारोह में महिलाओं ने मंगल सामग्री अर्पित कर सुखी वैवाहिक जीवन के लिए आशिष भी मांगा।
इस भव्य कार्यक्रम के आयोजक प्रमुख जग्गू केशरवानी, दिलीप भट्टर, राजू केशरवानी, डीपी श्रीवास्तव, सूरज सोनी, शिवशंकर सोनी, केशव सोनी, वेदप्रकाश अवस्थी, विनय गुप्ता, आदित्य सोनी, अनिल सोनी ने बताया कि इसी दिन भगवान राम का माता सीता के साथ विवाह हुआ था। इस दिन भगवान का दर्शन करने और विवाह सम्पन्न कराने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है उनका जीवन भी मंगलमय बनता है। इसी कामना के साथ सुबह भगवान का पंचामृत से अभिषेक कर पूजन किया गया इसके बाद कपूर आरती की गई। देर शाम भजन संध्या हुई, भजन संध्या के बाद आरती हुई और प्रसाद का वितरण किया गया।