महिला समूहों की आड़ में लूट रहे बेईमान,महिलाओ की जगह ठेकेदार व बिचौलिए चला रहे धान खरीदी केंद्र

रिपोर्ट-सुशील चौहान
बरघाट-मध्यप्रदेश सरकार जहां एक ओर किसानों को तमाम तरह की योजनाएं चला कर लाभान्वित करने की योजनाओं को मूर्तरूप देने का कार्य कर रही है।वही धान खरीदी के कार्य के लिए कुछ स्व सहायता समूह इन दिनों किसानों के गले की फांस बन गए है।अनेको किसानों का आरोप है कि जब से स्व सहायता समूहों को सहकारिता के क्षेत्र में उतारा गया है तब से ही किसानों के हालात बद से बदतर हो गए है।आम जन इन समूह की कार्यप्रणाली से बुरी तरह असंतुष्ट ओर आक्रोशित है।वर्तमान में धान खरीदी का कार्य प्रगति पर है।धारना कला क्षेत्र के महिला स्व सहायता समूहों के द्वारा क्षेत्र की धारना कलां,कल्याणपुर,धोबिसर्रा,आदि क्षेत्रों में किसानों को जम कर लूटा जा रहा है।
जब महिला स्व सहायता समूह का निर्माण होता है तब अनेको तरह के कार्य कानूनी नजर से फेरबदल कर यह महिला स्व सहायता समूह खासकर धारना कला क्षेत्र के समूहों की बारीकी से जांच की जाए तो लगभग 90 प्रतिसत समूहों के सदस्यों और समूहों को पात्र करने वाले अधिकारी दर्जनों की तादात में सलाखों के पीछे होंगे।अनेकों महिला स्व सहायता समूह अपात्र होने की चर्चाएं है परंतु संबंधित विभाग और वरिष्ठ विभागीय अधिकारी महिला स्व सहायता समूहों से गांधी छाप कागज की आड़ में बचते फिर रहे है।
क्या कलेक्टर मोहदय इन अपात्र समूहों की बारीकी से जांच करेंगे और क्या किसानों के साथ न्याय करंगे।