कोरबा लोकसभा अंतर्गत 8 सीटों में से महज़ 1 सीट पर सिमटी काँग्रेस कोरबा लोकसभा में बीजेपी की 60154 मतों से काँग्रेस पर बढ़त
रिपोर्ट श्रीकान्त सिंह
दबंग केशरी एमसीबी/कोरिया
हालिया सम्पन्न हुए विधानसभा चुनाव के बाद अब सबकी निगाहें आसन्न लोकसभा चुनाव पर टिकी हैं। मार्च के पहले सप्ताह में कभी भी देश के आम चुनाव के लिए आचार संहिता लग सकती हैं। राजनीतिक पार्टियाँ जहाँ अपनी अपनी चुनावी तैयारियों में जुटी हैं। यदि हालिया सम्पन्न हुए विधानसभा चुनाव के परिणामों की समीक्षा करें तो कोरबा लोकसभा अंतर्गत 8 विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी ने 60154 मतों की बढ़त बनाई हैं ।जिसमें कोरबा जिले की लीड 6034 मतों की हैं,सर्वाधिक बैकुंठपुर,मनेन्द्रगढ़,भरतपुर-सोनहत और मरवाही में 54 हजार से अधिक की लीड हैं। जिस नाते अधिक लीड वाले जगह से भारतीय जनता पार्टी द्वारा प्रत्याशी घोषित किये जाने के आसार हैं। कोरबा लोकसभा से इस क्षेत्र से बैकुंठपुर के वरिष्ठ चिकित्सक समाजसेवी डॉ०राकेश शर्मा का नाम की चर्चा जोरों पर हैं तो वही कोरबा क्षेत्र से विकास महतो,ज्योतिनंद दुबे प्रमुख दावेदार बताए जा रहे हैं। जहाँ तक काँग्रेस की बात करे तो कोरबा लोकसभा से वर्तमान सांसद ज्योत्सना महंत का ही काँग्रेस प्रत्याशी होना तय माना जा रहा हैं ऐसी सूरत में बीजेपी अधिक लीड वाले क्षेत्र बैकुंठपुर,मनेन्द्रगढ़,भरतपुर-सोनहत,व मरवाही विधानसभा में से प्रत्याशी देती हैं तो क्षेत्रीय संतुलन की दृष्टि से भी बीजेपी को फ़ायदा होने के आसार हैं।पूर्व रिकार्ड भी भाजपा के पक्ष में रहे हैं जब सीधी लोकसभा में प्रत्याशी कोरिया से देकर बीजेपी ने सफलता हासिल की।
पिछले लोकसभा का परिणाम
जहाँ तक पिछले लोकसभा चुनाव की बात हैं तो कोरबा लोकसभा से मौजूदा सांसद ज्योत्सना चरणदास महंत ने भाजपा प्रत्याशी को 26249 मतों के अंतर से परास्त किया था जो कि लोकसभा चुनाव के दृष्टिकोण से काफी कम अंतर था।उस समय रामपुर और पाली तानाखार ने काँग्रेस की नैय्या बचाई थी। 2009 से अस्तित्व में आये कोरबा लोकसभा से काँग्रेस ने महंत दम्पति पर ही भरोसा जताया हैं और उसे दो बार सफ़लता भी मिली हैं। देश मे मोदी लहर के बावजूद काँग्रेस कोरबा लोकसभा जीतने में क़ामयाब रही हैं जिसका श्रेय क्षेत्र के दिग्गज नेता डॉ चरणदास महंत की व्यक्तिगत छवि व कुशल चुनावी प्रबंधन को जाता हैं। हालांकि अबकी बार राजनीति के जानकार काँग्रेस के लिए कठिन स्थिति मान रहे हैं कारण कि विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने कोरबा लोकसभा अंतर्गत आने वाली 8 सीटों में से 6 पर बीजेपी ने जीत दर्ज की,महज 1 सीट पर काँग्रेस को संतोष करना पड़ा और 1 सीट गोंगपा के खाते में गयी। कुल मिलाकर बीजेपी लोकसभा में 60154 मतों से आगे हैं। काँग्रेस के लिए इस गढ्ढे को पाटना और जीत दर्ज करना किसी बड़ी चुनौती से कम नही कारण कि एक तरफ तो ऐसे ही मनोबल बढ़ा हुआ हैं बीजेपी क़ा दूसरी ओर बीजेपी शीर्ष नेतृत्व की पुरजोर कोशिश उन सीटों को काँग्रेस से हर हाल में छीनना हैं जो उसने 2019 में गवां दी थी।जिसके लिए बीजेपी ने रोडमैप भी बना लिया हैं और उसी पे काम कर रही हैं।बहरहाल जो भी हो कोरबा लोकसभा छत्तीसगढ़ की सबसे हाईप्रोफाइल सीट बन गयी हैं जहाँ मुकाबला हर बार की तरह दिलचस्प होने के आसार हैं