बाल श्रम एक सामाजिक बुराई!सामाजिक सहयोग से रुकेगा! बाल श्रम

रिपोर्ट अजय मालवीय
विश्व बाल श्रम निषेध दिवस पर श्रम विभाग ने पटेल नगर की एक निजी होटल में कार्यशाला का आयोजन किया। 11 बजे से आयोजित इस कार्यशाला में बाल एवं किशोर श्रम अधिनियम की जानकारी के साथ बाल हितों के संरक्षण और संरक्षण पर चर्चा की गई। मुख्य अतिथि बाल कल्याण अधिकारी अतुल कृष्णा दुबे ने बाल श्रम जैसी बुराई को खत्म करने के लिए सामाजिक प्रयासों की महत्वता बतलाई। उन्होंने कहा कि बाल श्रम कानून के सामाजिक और कानूनी दोनों पहलुओं को ध्यान रखने की जरूरत है ऐसे में हम सब की सामाजिक जिम्मेदारी बनती है कि बच्चों के अधिकारों का उल्लंघन ना हो उन्हें शिक्षा स्वतंत्रता के साथ फलने फूलने के पर्याप्त अवसर मिले।
*बाल अधिकारों के प्रति समाज जागरूक हो*
जिला श्रम अधिकारी जी एस मेहंदेले ने कहा की इस कार्यशाला का उद्देश्य समाज के प्रत्येक व्यक्ति को जिम्मेदार बनाना है। जिससे कि किसी भी बच्चे के अधिकारों का उलंघन न हो। कार्यशाला में बाल करल्याण समिति सदस्य शक्तिसिंह बघेल,कृषक सहयोग संस्थान के जिला समन्वयक अनिल भवरे,बाल मित्र,विभिन्न सेवाप्रदाताओं,समाजसेवियों, व्यापारियों,उद्योगपतियों ने अपने विचार रखे।
*बच्चों को शिक्षा से जोड़ें*
कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए नपाध्यक्ष प्रियंका अग्रवाल ने कहा कि छोटे बच्चों को आगनवाड़ी में भेजने,सीखने के उद्देश्य से बच्चों प्रशिक्षण के लिए भेजें। यदि कोई बच्चा बाल श्रम करता दिखाई दे तो बालक की और परिवार की स्थिति का पता करें। व्यापारी वर्ग और समाजसेवी अपनी सामाजिक न्याय का निर्माण करते हुए ऐसे बच्चों को सहायता करें और शिक्षा से जोड़ें। कार्यशाला का उद्देश्य बतलाते हुए श्रम निरीक्षक मयंक दीक्षित में बताया कि बाल श्रम की मजबूरियों के कारणों को जानना और उनकी समस्याओं का निदान कर समाज से बाल श्रम खत्म कर बच्चों को शिक्षा के साथ उनके मौलिक अधिकारों की रक्षा करने में हम सब की भागीदारी सुनिश्चित करना है।
*सामाजिक सहयोग से रुकेगा बाल श्रम*
अनंत स्पिनिंग मिल्स के अनिल सिंह ने कहा कि समाजिक सहयोग के बगैर बाल श्रम जैसी बुराई को कानून या शासन प्रसाशन नही रोक सकता। इसके लिए व्यापारीवर्ग, महिलामण्डल,सामाजिक संस्थाएं सामूहिक प्रयास से इस बुराई को मिलकर खत्म कर सकते हैं। वहीं समाज सेवी प्रीति चौरसिया ने कहा कि दूसरे प्रदेश से आने वाले बच्चों के दस्ताववजों को बनाने में दिक्कत आती है। इस कारण से बच्चों को स्कूलों में दाखिला नही दिलवा पाते। आयोजन में व्यापारी संघ के अध्यक्ष विमल कुमार जैन ने बताया कि माता-पिता स्वयं बच्चों में व्यापार के गुण विकसित करने के उद्देश्य से दुकानों पर भेजते हैं।पार्षद दीपिका जैन,विनोद चौकसे,व्यापारी संघ सचिव राम शिवानी,सुनील पाल,लक्ष्मण मालवीय,भारतीय मजदूर संघ के जिलाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह राजपूत,इंसुलेटर के एच आर मैनेजर वासुदेव शुक्ला,एच ई जी कम्पनी के प्रतिनिधि सहित कृषक सहयोग संस्थान के बल मित्र महिलाओं,नगर के समाजसेवी और गणमान्य नागरिकों ने सहभागिता निभाई।