आज पूरे मुल्क में इदुज़्ज़ुहा का त्योहार बड़े धूम धाम से मनाया गया इदुज़्ज़ुहा का ये मुबारक महीना हमे इबादत व कुर्बानी व भाईचारगी का पैगाम देता है।

रिपोर्टर मोहम्मद अय्य्यूब
इंदौर/झाबुआ/मेघनगर
मरकज़ मस्ज़िद में तकरीर में कहा कि इदुज़्ज़ुहा के या मुबारक महीना हमे इबादत व कुर्बानी का पैगाम देता है। प्यारे रसूल (सव) उनके हम गुनहगार है इसलिए हमारे नबी उम्मत के लिए अल्लाह से दुआ करते रहे और हर उम्मीद पूरी कर हमारी मुश्किलों को हल करते रहे।हुजूर कुर्बानी करने के साथ ही नमाज का एहतमाम करते थे। ऐसे ही उम्मत को भी चाहिए कि उन्हें भी कुर्बानी व नामाज़ जारी रखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जो शख्स अपने माल का जकात निकालता है। उसका माल पाक व साफ हो जाता है। साथ ही उसके माल में बरकत होती है। उन्होंने कहा कि ऐसे ही कुर्बानी वाजिब है जिसे भी अदा करना चाहिए। उसके माल में भी बरकत होती है ईद का त्योहार साल में एक बार आता है।
नूरे मोहम्मदी मस्ज़िद के हाफ़िज़ रिजवान साहब ने कहा कि जो शख्स अपने माल की जकात निकालता है। उसका माल पाक व साफ हो जाता है। साथ ही उसके माल में बरकत होती है। इसलिए हर मुसलमान को अपने व अपने रिश्तेदारों के अलावा शहरवासी व मुल्क में अमन शांति आदि के लिए दुआ भी करते रहना चाहिए ।।
*मुफ़्तीयाने हज़रात का कोल हलाल तय्यिब माल से पड़ा जाए हज व उमराह*
हज के लिए हलाल माल तलाश करे, जिसमें शुब्हा न हो। हराम माल से ख़्वाह रिश्वत का हो या जुल्म से किसी से हासिल किया हो, ऐसे माल से हज फर्ज़ तो हो जाता है, लेकिन वह हज मक़बूल नहीं होता, जैसा कि इसी फस्ल की पहली हदीस में मुफ़स्सर गुज़र चुका। उलेमा ने लिखा है कि अगर माल मुश्तब्हा हो तो फिर उलेमा ने उसकी यह सूरत तज्वीज़ की है कि कर्ज लेकर हज कर ले और फिर उस माल से कर्ज अदा कर दे।
*नामाज़ के बारे में* उलेमा ने हज पर जाने में रास्ते के बारे में लिखा है कि हज की शरांयत में से है ये भी है कि नमाज़ को अपने औकात में अदा करे अगर रास्ता ऐसा बन जाए कि नमाज़ के अदा करने का वक्त नहीं मिल सकता, तो हज की फर्जियत नहीं रहती।इसलिए नामाज़ का एहतमाम करे
*हाफ़िज़ मोहसिन पटेल* मरकज़ मस्ज़िद
*ईदुज़्ज़ुहा की नमाज का ईदगाह में 7 30 बजे हुई*
इस दौरान नगर की सभी मस्जिदों में ऐलान किया गया कि ईद की नमाज ईदगाह में अदा की जाएगी। इसके लिए सुबह 7 30 बजे का समय तय किया गया है।इस के बरअक्स एलान में समय से पहले ही सभी समाजजनों को ईदगाह में पहुंचने की अपील की गई थी, आज ईदगाह पर एलान के मुताबिक तय समय पर नमाज अदा की गई ।
*आज पूरे मुल्क में ईद का त्योहार सादगी से मनाया जा रहा है*
मेघनगर ईदगाह पर खुशी खुशी सभी हज़रात तकबीराते तशरीक पड़ते हुए व खुशी मनाते हुए पहुचे, इससे पहले शहर की सभी बच्चे जवान बूढ़े हज़रात ईद की खुशी में ईद की नामाज़ व कुर्बानी के इंतज़ार में खुशी मनाते हुए देखे गए, ईद की नामाज़ अदा करने के बाद कब्रस्तान जाकर मरहूमों को इसाले सवाब पहुचाया ओर वापसी में सभी ने मुस्लिम व हिन्दू भाइयों से मुलाकात कर ईद की मुबारकबाद दी ।
इस मौके पर हाजी इरफान शेरानी, डॉक्टर अय्यूब शीशगर, हाफिज रिजवान, पत्रकार रहीम शेरानी, फारुक शेरानी, जियाउलहक कादरी,फाईन टेलर अय्युब भाई, मेहमुद शिशगर, राजु कादरी, आदी ने मुल्क में अमन चैन की दुआ मांगी ।
*ईदगाह पर खुशी खुशी ये सभी हज़रात तकबीरे पड़ते हुए पहुचे*
शहर की सभी बच्चे जवान बूढ़े हज़रात ईद की खुशी में आज 17 तारीख को ईद की नामाज़ व कुर्बानी के इंतज़ार में खुशी मनाते हुए देखे जा सकते है आज ईदगाह पर खुशी खुशी ये तकबीराते तशरीक पड़ते हुए बच्चे बुड़े जवान निकले अल्लाहु अकबर अल्लाहु अकबर ला इलाह इल्लल्लाहू वल्लाह अकबर अल्लाहु अकबर वलिल्लाहिल हम्द,पड़ते रहे ईद की नामाज़ के बाद कब्रस्तान में मरहुमीन के लिए इसाले सवाब किया ओर वापसी में सभी ने मुस्लिम व हिन्दू भाइयों से मुलाकात कर ईद की मुबारकबाद दी । व मुल्क में अमन चैन की दुआ मांगी गई ।
*अल्लाह(ईश्वर) ने इब्राहिम अलैहिस्सलाम का इम्तहान लिया जिसमे हुए कामयाब ।*
ईदगाह पर मौलाना रूहुल अमीन साहब ने अपनी तकरीर में हज़रत इब्राहिम अलैहिस्सलाम की कुर्बानी की बात कही कि हज़रत इब्राहिम खलील अलैहिस्सलाम को 90 साल की उम्र में ओलाद मिली । जिन्हें इस्माईल जबीउल्लाह कहा जाता है । अपने वालिद का प्यार ओलाद पर जब कुछ ज्यादा उमड़ा तो अल्लाह(ईश्वर) ने इब्राहिम अलैहिस्सलाम का इम्तहान लेना चाहा । और लिया भी अल्लाह के इम्तहान लेने पर इब्राहिम अलैहिस्सलाम कामयाब हुए और इस्माईल अलै. को जिब्ह करने की जगह जिन्नत से दुम्बा ज़िब्ह करने का मुजदा मिला अब कयामत तक जानवर की कुर्बानी पर हमें भी अपने फ़रज़न्द को ज़िब्ह किया का सवाब मिलेगा ।
*मौलाना रुहुल अमीन* मरकज मस्ज़िद मेघनगर(झाबुआ)