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नरसिंहपुर में बनाया जा रहा जहरीला गुड़ः यूपी-बिहार से आए माफिया कर रहे निर्माण, जिम्मेदार अधिकारी बेखबर

रिपोर्ट सचिन श्रीवास्तव

नरसिंहपुर जिले का गुड़ एक उत्पाद में शामिल है। अब राब, शक्कर और मक्के के बुरादे की मिलावट से बनाया रहा है। बाहरी प्रदेशों से आए व्यापारियों ने गुड़ में मिलावट कर जहरीले गुड़ का निर्माण शुरू कर दिया है। मामले में खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी और प्रशासन के अधिकारी संवेदनशीलता नहीं दिखा रहे हैं।

जिले का गुड़ अपनी मिठास और शुद्धता के लिए प्रसिद्ध था। लेकिन अब बेमौसम गुड़ की समस्या ने किसानों को गंभीर संकट में डाल दिया है। इस मौसम के गुड़, में कीड़े और मरी मक्खियां मिलती हैं। यह स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है। मिलावटी गुड़ का निर्माण उत्तर प्रदेश और बिहार से आए गुड़ माफिया कर रहे हैं, जो किसानों की गुड़ भट्टियां किराए पर लेकर इस जहरीले गुड़ का उत्पादन कर रहे हैं।

इस मुद्दे पर जिला प्रशासन के अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की गई। लेकिन, कलेक्टर ने फोन नहीं उठाया।

एसडीएम मणिंद्र कुमार ने कहा कि नाम लिखवा दीजिए। वे कार्रवाई करेंगे। लेकिन, कैमरे के सामने टिप्पणी करने से इनकार किया। प्रशासन की यह सुस्ती और संवेदन-हीनता जिले के गुड़ किसानों और उपभोक्ताओं के लिए चिंता का विषय बन गया।

बासादेही के किसान मधु पालीवाल ने कहा कि नरसिंहपुर का गुड़ बहुत ही प्रसिद्ध है और हमारे यहां रिश्तेदारों में व्यवहार में लोग गिफ्ट के रूप में यहां गुड़ ही मांगते हैं। वर्तमान में जो यूपी, बिहार के गुड़ व्यापारी और धंधेगीर आकर जो बिन मौसम गुड़ भट्टी चला रहे हैं। वे मिलावट कर राब से गुड़ बना रहे हैं, जिससे बच्चे खाकर अस्वस्थ हो सकते हैं।

किसान जीतेन्द्र पटेल ने कहा कि लगभग सर्दी के महीनों में ही गुड़ बनता है। यह जो गुड़ बनाया जा रहा है वह देखने लायक नहीं है। इस समय अगर वह गुड़ बना रहे हैं तो केमिकल का प्रभाव तो होगा ही होगा।

खाद्य सुरक्षा अधिकारी सारिका दुबे ने बताया कि सर अभी छुट्टी पर है मैं ऑफिस में अकेली हूं, कल मैं एक जगह भट्टी पर गई थी। हम अकेले इस कार्रवाई को पूरा नहीं कर सकते हैं। हमें नगर पालिका और प्रशासन का भी सहयोग चाहिए

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