समुद्र पर बन रहा है देश का सबसे लंबा ब्रिज, रायगड में बङा लैंड बैंक होगा एमएमआरडीए के नाम

रिपोर्ट-संजय मस्कर,
सोलापूर, महाराष्ट्र
मुंबई से नवी मुंबई की दूरी कम करने वाले प्रॉजेक्ट के लिए, एमएमआरडीए ने रायगड जिले के लैंड पार्सल की योजना शुरू की है। एमएमआरडीए अपने प्रॉजेक्ट के लिए पैसे का इंतजाम करने के लिए लैंड पार्सल बढ़ाने में लगा हुआ है। इससे एमएमआरडीए को हर महीने मोटी कमाई हो सकती है। रायगड जिले के विकास का जिम्मा एमएमआरडीए और सिडको के पास होगा।
नवी मुंबई से मुंबई की दूरी कम करने वाले प्रॉजेक्ट तैयार करने के साथ मुंबई महानगर प्रदेश विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) की नजर रायगड जिले के लैंड पार्सल पर है। भविष्य में रायगड की जमीन की कीमतों के आसमान में छूने की संभावना को देखते हुए एमएमआरडीए ने रायगड में अपना लैंड पार्सल तैयार करने की योजना पर काम करना शुरू कर दिया है। लैंड पार्सल बढ़ाकर एमएमआरडीए अपने जारी और प्रस्तावित प्रॉजेक्ट के लिए पैसे का इंतजाम करने की जुगाड़ में लगा हुआ है। रायगड में लैंड पार्सल बढ़ाकर उसे किराए पर देकर या परिसर को विकसित कर एमएमआरडीए की हर महीने मोटी कमाई हो सकती है। एमएमआरडीए बीकेसी का प्लानिंग अथॉरिटी है। बीकेसी में एमएमआरडीए के पास करीब 35 हेक्टेयर का लैंड पार्सल है। इस जमीन की कीमत करीब 50,000 करोड़ रुपये से अधिक होने का अनुमान है। जबकि एमएमआर में एमएमआरडीए करीब 1 लाख करोड़ रुपये के प्रॉजेक्ट चल रहे हैं। ऐसे में एमएमआरडीए लैंड पार्सल बढ़ाकर अतिरिक्त पैसे के व्यवस्था करने की योजना पर काम कर रहा है। शिवडी-न्हावासेवा ट्रांस हार्बर लिंक प्रॉजेक्ट (एमटीएचएल) अगले साल पूरा होने वाला है। प्रॉजेक्ट के पूरा होने से एमटीएचएल के करीब के परिसर की जमीनों के दाम बढ़ेंगे। सरकार एमटीएचएल के दूसरे हिस्से में नया शहर और नए उद्योग विकसित करने योजना पर काम कर रही है।