केवल दुःख में ही नही सुख में भी भगवान को याद करते रहना चाहिए :- बाल व्यास विष्णुप्रिया अवीजी

रिपोर्ट विकास कुशवाह
नालछा :- अयोध्या धाम के भव्य एवं दिव्य श्री राम मंदिर में भगवान रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के शुभावसर पर समीपस्थ तीर्थ स्थल श्री राम पालकी धाम के ब्रह्मलीन संत श्री श्री 1008 श्री सर्वेश्वर दास जी महाराज की असीम कृपा से नालछा के अति प्राचीन श्री नरसिंह मंदिर परिसर में आयोजित श्रीमद भागवत कथा में दुसरे दिवस की कथा में प्रयाग गौरव पंडित शिवम शुक्ला की अनन्य शिष्या बाल व्यास विष्णु प्रिया अविजी ने शुकदेव मुनि का चरित्र,नारद मुनि का पूर्व चरित्र कुंती स्तुति और भीष्म स्तुति का का वृतांत सुनाते हुए कहा की जीव भगवान को दुख ने तो याद करता हे लेकिन एक समय के पश्चात जब दुख चला जाता हे और सुख आ जाता हे तब मनुष्य भगवान को याद नही करता हे भागवत कथा में माता कुंती ने भगवान द्वारकाधीश से दुख मांगा था ताकि दुख बना रहे और वो भगवान की शरण में रहकर भगवान का सुमिरन करती रहे इसलिए हमे भी केवल दुख में ही नही सुख के समय में भी भगवान को याद करते रहना चाहिए शाम 4 बजे महाआरती के पश्चात प्रसादी का वितरण किया गया इस दौरान इंदौर के प्रसिद्ध महांकॉल भजन गायक छप्पन इंदौरी ने अपनी मनमोहक आवाज में एक से बडकर एक भजनों की आकर्षक प्रस्तुतियां दी जिस पर श्रद्धालु,भक्त,माताएं और बहनें जमकर झुमती हुई नजर आई