नागपुर अधिवेशन में स्वास्थ्य मंत्री तानाजीराव सावंत और विधायक प्रणितीताई शिंदे उन दोन्हों में खङाजंगी : क्या हो गई हकीकत
रिपोर्ट-संजय मस्कर
सोलापुर सिविल अस्पताल में दवा की कमी को लेकर कांग्रेस विधायक प्रणितीताई शिंदे और स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत विधानसभा में भिड़ गए हैं। प्रणीतीताई शिंदे उन्होंने आरोप लगाया, ”स्वास्थ्य शिबिरों में दवाएं बांटी जाती हैं।” स्वास्थ्य मंत्री सावंत उन्होंने प्रणिताताई शिंदे को जवाब दिया, ”यह स्वाभाविक है कि आप स्वास्थ्य शिबिर से पीड़ित हैं.” तो विधानसभा अधीक्षक राहुल नार्वेकर उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री के कान छिदवा दिए हैं !
□ वास्तव में क्या हुआ ?
प्रणीतिताई शिंदे ने कहा, ”हीमोग्लोबिन कम होने पर आपको आयरन की दवाएं लेनी पड़ती हैं। लेकिन, सोलापुर और हर जगह स्वास्थ्य शिबिरो की संख्या बढ़ गई है। बीमारी न होने पर भी शिबिरों में आयरन और शुगर की गोलियां बांटी जाती हैं। इसके चलते सिविल अस्पताल में गोलियों की कमी हो गई है। गर्भवती महिलाओं को आयरन की गोलियां उपलब्ध नहीं हैं। शिबिरों में ख़त्म हो चुकी गोलियाँ भी वितरित की गईं।
“कोई सीटी स्कैन नहीं, कोई गोलियाँ नहीं”
“लोगों को वेंटिलेटर पर रखा गया है। सिविल अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन बंद है। सीटी स्कैन अस्पताल में एक निजी स्थान पर भेजा जाता है। कोई सीटी स्कैन नहीं, कोई गोलियाँ नहीं, तो क्या आप स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का उपयोग केवल शिविरों के लिए करने जा रहे हैं ?” प्रणीताई शिंदे ने जताई ऐसी तीखी अपनी प्रतिक्रिया,
“मुझे प्रणीति शिंदे से कोई पत्र नहीं मिला है”
इस पर तानाजी सावंत ने कहा, ”सिविल अस्पताल चिकित्सा शिक्षा विभाग के अंतर्गत आते हैं, हम जनता की सेवा कर रहे हैं तो स्वास्थ्य शिबिर से आपको परेशानी होना स्वाभाविक है। शिबिरों में सरकारी विभाग की किसी भी दवा का उपयोग नहीं किया जाता है ! भाग लेने वाले संगठनों से दवाएँ ली जाती हैं और वितरित की जाती हैं। इसके अलावा, मुझे सिविल अस्पताल में दवाओं की कमी के संबंध में प्रणीति शिंदे से कोई पत्र नहीं मिला है।
“प्रणिति शिंदे द्वारा उठाए गए मुद्दे पर उचित कार्रवाई की जानी चाहिए”
पत्र न मिलने के बयान पर राहुल नार्वेकर ने तानाजी सावंत के कान फोड़ दिए. ”सरकार से काम की उम्मीद है”, फिर यह अपेक्षा नहीं की जाती कि विधानसभा सदस्य केवल पत्र देने पर ही काम करें ! प्रणीति शिंदे द्वारा उठाए गए सवाल के संबंध में उचित कार्रवाई की जानी चाहिए, ”नार्वेकर ने तानाजी सावंत को निर्देश दिया।
तानाजी सावंत ने कहा कि ”सूचना मिलने पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी.” !