हॉस्टल अधीक्षक और सफाई कर्मी पर बच्चों ने लगाए गंभीर आरोप
रिपोर्टर-मनी टंडन
सक्ती। हॉस्टल अधीक्षक और सफाई कर्मी पर हॉस्टल के बच्चों ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं और सक्ती कलेक्टर से लिखित शिकायत कर दोनों को अन्यत्र जगह स्थानांतरण करने की मांग की है मामला मालखरौदा क्षेत्र के अनुसूचित जाति बालक छात्रावास पिरदा का है जहां के बच्चों ने अधीक्षक धर्मेश सिदार और सफाई कर्मी कोमल टंडन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। 22 नवंबर को बच्चों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय सक्ती पहुंचकर सक्ती कलेक्टर अमृत विकास तोपनो से लिखित शिकायत कर अधीक्षक और सफाई कर्मी के अन्यत्र जगह स्थानांतरण करने की मांग की है।
बच्चों ने अधीक्षक पर लगाए कई गंभीर आरोप:-
छात्रावास के बच्चों का कहना है कि अधीक्षक धर्मेश सिदार मेनू के अनुसार भोजन उपलब्ध नहीं कराते। उन्हें आलू की चटनी में खाना दिया जाता है, जबकि हरी सब्जियां कभी-कभार ही दी जाती हैं। चाय, शक्कर और दूध पाउडर जैसी जरूरी चीजें बार-बार मांगने पर ही कभी कभार बच्चों को दी जाती है। बच्चों ने यह भी आरोप लगाया कि मेनू के मुताबिक खाना मांगने पर अधीक्षक उन्हें डराते-धमकाते हैं और छात्रावास से निकालने की धमकी देते हैं। बच्चों का आरोप है कि अधीक्षक ने कई बच्चों को छात्रावास से निकाल भी दिया है। अधीक्षक पर अपने अधिकारियों को गुमराह करने का भी आरोप है। बच्चों का कहना है कि अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान अधीक्षक अपनी पत्नी को छात्रावास लाकर झूठा दिखावा करते हैं कि वे अपने परिवार के साथ छात्रावास में नियमित रहते हैं। निरीक्षण के बाद अधीक्षक अपनी पत्नी को वापस घर भेज देते हैं और अधिकारियों को पता ही नहीं चलता की अधीक्षक नियमित रूप से छात्रावास में रहकर बच्चों की देखरेख नही करते हैं।
सफाई कर्मी पर भी कई आरोप:-
छात्रावास के सफाई कर्मी कोमल टंडन पर भी बच्चों ने कई आरोप लगाए हैं। सफाई कर्मी पर आरोप है कि उनके द्वारा बच्चों को डरा धमकाकर छात्रावास कक्ष और बाथरुम साफ सफाई करवाया जाता है, साफ सफाई करने से मना करने पर बच्चों से गाली गलौज और मारपीट करने का आरोप है। बच्चों का कहना है कि उन्होंने छात्रावास की शिकायत पेटी में कई बार सफाई कर्मी के खिलाफ शिकायत डाली, लेकिन अधीक्षक उन शिकायतों को फाड़कर फेंक देते हैं।
बदतर हालात में रह रहे हैं बच्चे:-
बच्चों का कहना है कि उन्हें पुराने, जंग लगे बर्तनों में भोजन दिया जाता है। नए बर्तनों का उपयोग नहीं किया जाता। गंदे और फटे बिस्तरों में सोने से बच्चों को खुजली और अन्य बीमारियां हो रही हैं बच्चों का आरोप है कि उन्हें नया बिस्तर भी नहीं दिया जा रहा है।
शिकायत पर जांच शुरू:-
बच्चों की शिकायत पर आदिम जाति विभाग सक्ती की सहायक आयुक्त ने छात्रावास का निरीक्षण किया और बच्चों के आरोपों की जांच की। जांच पूरी होने के बाद जांच प्रतिवेदन तैयार कर लिया गया है। सहायक आयुक्त ने बच्चों को आश्वासन दिया है कि दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
बच्चों की शिकायत पर छात्रावास पहुंच कर कल मेरे द्वारा जांच की गई है कलेक्टर से चर्चा कर जल्द ही अधीक्षक और सफाई कर्मी पर कार्रवाई की जाएगी।
स्वाप्निता सिंह
सहायक आयुक्त, आदिम जाति विभाग सक्ती