भाजपा का नगरीय निकाय घोषणा पत्र जनता को ठगने का नया दस्तावेज : कांग्रेस ।5 साल तक कांग्रेस ने नगर निगम में रहकर के केवल राजधानी की जनता को मूर्ख बनाया :भाजपा
रिपोर्ट :- राकेश कुमार चौबे
रायपुर । प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने राजीव भवन में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि भाजपा ने जनता को ठगने के लिए नगरीय निकाय चुनाव हेतु नया घोषणा पत्र जारी किया है। विधानसभा चुनाव में “मोदी की गारंटी” नामक घोषणा पत्र जारी किया गया था, लेकिन उसे पूरा नहीं किया जा सका। अब जब जनता का भरोसा उठ गया है, तो भाजपा “अटल विश्वास पत्र” के नाम से नया दस्तावेज पेश कर रही है। भाजपा को पता है कि मोदी के नाम से जनता वोट नहीं देगी, इसलिए नया हथकंडा अपनाया गया है।
पुराने वादे अधूरे, फिर कैसे आए नए वादे?शुक्ला ने कहा कि 2023 के विधानसभा चुनाव में “मोदी की गारंटी” के तहत 20 वादे किए गए थे। भाजपा सरकार को बने एक वर्ष हो चुका है, लेकिन उनमें से 17 वादे आज भी अधूरे हैं। जिन तीन योजनाओं पर काम हुआ है, वह भी आधा-अधूरा है। जब पहले के वादे पूरे नहीं किए गए, तो भाजपा किस नैतिकता से नया घोषणा पत्र जारी कर रही है?
भाजपा के घोषणा पत्र में झूठ के उदाहरण:
कृषि उन्नति योजना: पूरे प्रदेश में एक भी पंचायत में नगद आहरण काउंटर स्थापित नहीं किया गया।
रिक्त शासकीय पदों पर भर्ती: 20,000 युवाओं को रोजगार देने का वादा था, लेकिन नौकरियां बेची गईं।
प्रधानमंत्री आवास योजना: 18 लाख आवास बनाने का वादा था, लेकिन एक भी नया आवास स्वीकृत नहीं हुआ।
तेंदूपत्ता संग्रहण: बोनस और चरणपादुका वितरण नहीं हुआ, बल्कि योजनाएं बंद कर दी गईं।
आयुष्मान भारत योजना: अस्पतालों के भुगतान न होने के कारण इलाज बाधित है।
500 रुपए में गैस सिलेंडर: एक भी परिवार को नहीं मिला।
भ्रष्टाचार के खिलाफ आयोग: वादा किया गया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
CIMS और CIT निर्माण: प्रदेश के हर संभाग में मेडिकल और टेक्नोलॉजी संस्थान बनाने का वादा था, जो जुमला साबित हुआ।
शक्ति-पीठ परियोजना: धार्मिक स्थलों के विकास का वादा भी अधूरा।
नगरीय निकायों में विकास का दावा: भाजपा के शासन में शहरी विकास ठप्प हो गया है।
कांग्रेस नेताओं ने भाजपा पर जनता को गुमराह करने और झूठे वादों से छलने का आरोप लगाया। पत्रकार वार्ता में वरिष्ठ नेता सुरेंद्र शर्मा, अजय साहू, धनंजय सिंह ठाकुर, और सुरेंद्र वर्मा उपस्थित रहे। आईए जाने जाने क्या है आखिर में भाजपा का घोषणा पत्र जिसके लिए कांग्रेस ने आरोपों की झड़ी लगाई हैं इस बार नगर निगम चुनाव में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी, दोनों राष्ट्रीय पार्टियों के बीच मुख्य मुकाबला माना जा रहा है निकाय चुनाव के लिए बीजेपी का घोषणा पत्र मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव, डिप्टी सीएम अरुण साव, घोषणा पत्र समिति के संयोजक अमर अग्रवाल, सदस्य सुनील सोनी और महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने प्रदेश मुख्यालय मे जारी किया गया बीजेपी ने घोषणा पत्र में महापौर निधि की स्थापना का वादा किया है। बकाया संपित्त कर बिना ब्याज और जुर्माना के लिया जाएगा। स्ट्रीट वेंडरों को 30 हजार रुपये की आर्थिक सहायकता का वादा। महतारी वंदन योजना की हितग्राहियों को ट्रेनिंग के साथ स्वरोजगार के लिए आर्थिक सहायता का वादा। महिलाओं के नाम दर्ज संपत्ति पर टैक्स में 25 प्रतिशत की छूट l आखिर में किसको राजधानी रायपुर की महापौर कि गद्दी सौंपना है यह फैसला जनता को करना है लेकिन दोनों पार्टियों के द्वारा एक दूसरे जो वादा खिलाफी करने का आरोप लगाया जा रहा है और राजनीतिक पार्टी द्वारा यह करना आम बात है नगर निगम चुनाव में जनता पार्टी को नहीं बल्कि व्यक्ति के व्यक्तिगत आचरण और व्यावहारिकता देखकर अपने जन प्रतिनिधि का चुनाव करती है लेकिन चुनावी प्रलोभन और मुफ्त का बांटने का चलन अब आम हो चुका है लेकिन चुनाव आयोग द्वारा समय समय पर मतदाताओं को जागरुक करने का अभियान चलाए जाता है ताकि मतदाता जागरुक हो और स्वच्छ राजनीति छवि वाले लोग चुनकर आएं l