पूर्व निगम अध्यक्ष मनोज तारवाला एवं उनके सहयोगीगण पर नगर पालिक निगम बुरहानपुर में ट्यूबवेल खनन के नाम पर गबन का आरोप वरिष्ठ पत्रकार हेमराजसिंह रघुवंशी निवासी सिलमपुरा, बुरहानपुर ने लगाए गंभीर आरोप भोपाल उच्च अधिकारियों ने गंभीरता से लेते हुए गठित की जांच समिति, उज्जैन संभागीय अधिकारी करेगे जांच
रिपोर्ट डॉ.आनंद दीक्षित
बुरहानपुर। अब घोटोलो की पहचान बन चुके बुरहानपुर में फिर एक नया घोटाला होने की शिकायत सामने आई हैं। इस बार आरोप किसी अधिकारी पर नहीं अपितु पूर्व भाजपा नेता पर लगे हैं और यह नेता हैं नगर पालिक निगम के पूर्व सफेद पोश अध्यक्ष मनोज तारवाला। आरोप भी बहुत गंभीर हैं। यह आरोप लगाने वाले भी कोई और नहीं उन्ही के सहपाठी और बुरहानपुर के जाने माने कलम कूचीकर हेमराज रघुवंशी हैं।
हेमराज ने अपनी शिकायत आयुक्त, नगरीय प्रशासक एवं विकास संचालनालय सहित कलेक्टर बुरहानपुर एवं आयुक्त नगर पालिक निगम को की हैं। अपनी शिकायत में हेमराज ने उल्लेख किया हैं कि बुरहानपुर नगर निगम में पूर्व नगर निगमाध्यक्ष मनोज तारवाला का मुख्य व्यवसाय नलकूप खनन का है। तारवाला ने नगर निगमाध्यक्ष पद पर रहते हुए अपने नलकूप खनन व्यवसाय को चमकाने के लिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए अपने रिश्तेदारों एवं करीबीयों के नाम पर ठेका लेकर नगर निगम में जमकर काम किया है। यह इस बात से प्रमाणित है कि नलकूप खनन के लिए नगर निगम ने जिन बोरिंग मशीन का इस्तेमाल किया गया है उनके अनुबंध उस अवधि में तारवाला की बोरिंग फर्म से थे। इसके अलावा जिन ठेकेदारों द्वारा काम किए गए है उनके परिवारजनों एवं मनोज तारवाला की फर्म के मध्य हुए लेन-देन संबंधित बैंक खातों की जांच से भी यह प्रमाणित हो जाएगा।
तारवाला द्वारा नगर निगम अध्यक्ष बनने के बाद अपने प्रभाव का दुरूपयोग करके अपने नजदीकियों के नाम से 5 साल के कार्यकाल में नगर निगम अंतर्गत 48 वार्डों में 200 से अधिक अनावश्यक रूप से नलकूपा की खनन किया गया है। जबकि इनके कार्यकाल के पहले के लगभग 50 से 60 वर्षों में केवल 150 नलकूप खनन हुए थे। इस तरह उनके कार्यकाल के समाप्त होते-होते हुए नगर में नलकूपों की संख्या 350 से अधिक हो गई। जिससे यह प्रतीत होता है कि इनके द्वारा अपने प्रभाव का दुरूपयोग कर स्वयं को आर्थिक लाभ पहुंचाने के लिए अनावश्यक रूप से नल कूप खनन किए गए हैं।
वर्ष 2017 से नगर निगम की जलावर्धन योजना का कार्य प्रारंभ होने के कारण नलकूप खनन किया जाना अनावश्यक था फिर भी अपने व्यवसायिक हितों की पूर्ति के लिए उनके द्वारा अत्याधिक संख्या में अनावश्यक नलकूप खनन किए गए। जिसकी भी विधिवत जांच होनी चाहिए।
इनके कार्यकाल के दौरान किए गए सभी नलकूपों का मैजरमेंट बढ़ा – चढ़ाकर किया गया है तथा संलग्न सूची में दिए गए नलकूपों की गहराई, कैसिंग पाईप लाईन की लंबाई, ग्रेवल की मात्रा “एवं नलकूप का “व्यास का मैजरमेंट निश्चित रूप से वास्तविक से अधिक दर्ज करके करोड़ों रूपए का अनियमित भुगतान किया गया है। जिसकी जांच क्रिया जाना आवश्यक है।
मनोज तारवाला वर्ष 2015 से 2020 तक नगर पालिक निगम बुरहानपुर में पार्षद एवं निगम अध्यक्ष के पद पर पदस्थ रहे है। इसके पूर्व भी वर्ष 2010 से मनोज तारवाला की पत्नी श्रीमती नीता तारवाला पार्षद रही थी।
मनोज तारवाला ने वर्ष 2003 से 2015 तक स्वयं की तारवाला बोरवेल और अपने पत्नी के भाई दीपेश के नाम की तारवाला डीलिंग प.प्र. कंपनी एवं मनोज तारवाला के परिवार के मुख्य कपास के काम में भागीदार रहे के प्रपोत्र सागर पटेल के नाम से ट्यूबवेल खनन, हैंडपंप स्थापना, हेंडपंप रिपेयरिंग व पानी की टंकी बनाने के ठेके अपने राजनीतिक दबाव प्रभाव से प्राप्त करता रहा है।
वर्ष 2015 के पूर्व अर्थात वर्ष 2014 तक बुरहानपुर शहर में आवश्यकता से अधिक 150 नलकूप खनन हुए थे उसके पश्चात शहर बुरहानपुर में नलकूप खनन की कोई आवश्यकता नही थी किंतु फिर भी अनावेदक मनोज तारवाला ने अपने दबाव प्रभाव में अपने परिचितों एवं रिश्तेदारों तथा भागीदारों के नाम से कार्य करते हुए लगभग 200 से अधिक नलकूप खनन किया जाना बताया है। इन नलकूप खननों में विभिन्न प्रकार से भ्रष्टाचार एवं षडयंत्र करते हुए नगर पालिक निगम बुरहानपुर से करोड़ो रूपये की राशि निकाली गई है इस संबंध में निम्न बिंदुओं पर जांच की जाना एवं मनोज तारवाला एवं उनके सहयोगीयों के विरूद्ध दंडात्मक कार्यवाही की जाना आवश्यक है अन्यथा लोगो के हौसले बुलंद होते रहेंगे।
अपनी शिकायत में हेमराज ने जांच किन बिंदुओं पर की जाय इसका भी विशेष उल्लेख किया हैं। वर्ष 2003 से 2015 तक तारवाला बोरवेल एवं तारवाला ड्रिलिंग कंपनी द्वारा कितने नलकूप खनन, हैंडपंप स्थापना, हेंडपंप रिपेयरिंग एवं पानी की टंकी बनाने का ठेका लिया गया है।
वर्ष 2015 से 2020 के बीच कितने नलकूप खनन मनोज तारवाला, उसके रिश्तेदार, भागीदार एवं सागर पटेल द्वारा किये गये है।
वर्ष 2003 से 2015 तक एवं वर्ष 2015 से 2020 तक किये गये नलकूप खनन की गहराई कितनी है। एवं वर्ष 2003 से 2015 तक एवं 2015 से 2020 तक हुये नलकूप खनन के संबंध में कितनी गहराई तक नलकूप खनन किये जाने का भुगतान नगर पालिक निगम बुरहानपुर द्वारा किया गया है।
उक्त समय में किये गये नलकूपों में कितनी गहराई तक केसिंग पाईप डाले गये है एवं कितनी केसिंग पाईप डाले जाने के संबंध में नगर पालिक निगम बुरहानपुर द्वारा भुगतान किया गया है। यह जांच की जावे।
तारवाला बोरवेल या तारवाला ड्रिलिंग कंपनी द्वारा जितने भी नलकूप खनन नगर पालिक निगम बुरहानपुर के तहत किये गये है उस प्रत्येक नलकूप खनन के संबंध में भुगतान किये गये बिल में किस नंबर की बोरिंग मशीन द्वारा कार्य किया गया है उस संबंध में जांच की जावे की वास्तव में वह नंबर बोरिंग मशीन के वाहन का ही है या अन्य कोई वाहन का। यह जांच की जावे।
नगर पालिक निगम बुरहानपुर द्वारा नलकूप रिचार्ज हेतु किसे ठेका दिया गया था एवं कितने नलकूपों पर रिचार्ज सिस्टम का काम किया गया है एवं कितने रिचार्ज सिस्टम के संबंध में भुगतान किया गया है। यह जांच की जावे।
मनोज तारवाला एवं उनके सहयोगियों द्वारा जो नलकूप खनन किए गए है उसमें से कितने नलकूप चालू है एवं कितने बंद हैं। साथ ही कितने नलकूपों पर बिजली मीटर लगे है। यह जांच की जावे।
शिकायत में इन ट्यूबवेलो की जांच का किया हैं उल्लेख
1. स्लाटर हाउस के पास, मोमिनपुरा, 2. डॉ.जावेद के घर के पास, कन्या शाला के पीछे, राजपुरा वार्ड,
3. गुलाबगंज, हनुमान मंदिर के पास, दुर्गा कॉलोनी,
4. मालवीय वार्ड, दिल्ली गेट के पीछे,
5. सिंधीपुरा, दुर्गा मैदान,
6. लोधीपुरा रोड, कब्रस्तान के पास,
7. लालबाग, सागरवाड़ी के पास,
8. चिंचाला, जागृति व्यायाम शाला के पास शिवाजी वार्ड।
09 ट्यूबवेल ऑफ शिवाजी वार्ड।
प्रमुख अभियंता, नगरीय प्रशासन एवं विकास, मध्यप्रदेश भोपाल ने किया जांच दल गठित
प्रमुख अभियंता, नगरीय प्रशासन एवं विकास, मध्यप्रदेश भोपाल ने अपने आदेश क्रमांक/यां.प्र./7/2024 283 भोपाल, दिनांक ।। -1-24 द्वारा जांच हेतु जांच समिति का गठन किया हैं जिसमे गजानन चौहान, अधीक्षण यंत्री, नगरीय प्रशासन एवं विकास, मनोज घोष, प्रभारी कार्यपालन यंत्री, नगरीय प्रशासन एवं विकास, राजेन्द्र कुमार काजले, प्रभारी सहायक यंत्री, नगरीय प्रशासन एवं विकास सभी उज्जैन संभाग को रखा गया हैं। जांच समिति द्वारा जांच भी प्रारंभ कर दी गई हैं। उपरोक्त समिति नगरपालिक निगम बुरहानपुर में उक्त विभिन्न 17 स्थानों पर किये गये नलकूप खनन के मेजरमेंट के अंतर्गत नलकूपों की गहराई, केसिंग पाईप की लंबाई, ग्रेबल की मात्रा एवं नलकूप का व्यास तथा शिकायत पत्र में उल्लेखित बिन्दुओं पर जांच कर जांच प्रतिवेदन 15 दिवस में अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करेगी।
अपनी शिकायत के अंत में हेमराज ने मनोज तारवाला द्वारा किए गए भ्रष्टाचार की जांच सूची में दर्शाए गए कार्यों के वैल्यूएशन के आधार पर की जाए एवं उसके सहयोगियों तथा रिश्तेदारों द्वारा उपरोक्त लिखे गए समय में जितने भी नलकूप खनन किए गए है एवं अनुचित रूप से नगर निगम से प्राप्त की गई राशि को वसूल करने एवं एफआईआर दर्ज करने की मांग की हैं। अब देखना हैं की जांच में क्या परिणाम आते हैं।
क्या कहना हैं इनका…
हेमराज रघुवंशी की शिकायत पर शासन ने अधीक्षण यंत्री की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच समिति बनाई हैं। जो जांच कर शासन को अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत करेगी।
.संदीप श्रीवास्तव, आयुक्त, नगर पालिक निगम, बुरहानपुर
मेरे विरुद्ध हुई शिकायत पर शासन द्वारा कोई जांच समिति बनाई हैं इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं हैं। मैने निगम अध्यक्ष रहते हुए किसी भी प्रकार का नलकूप खनन नहीं किया गया। जांच में दूध का दूध पानी का पानी हो जायेगा।
…मनोज तारवाला, पूर्व निगम अध्यक्ष, नगर पालिक निगम, बुरहानपुर।