सपा में शामिल हुए बीजेपी नेता डॉ अमित खरे

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने दिलाई सदस्यता
प्रत्याशी होने पर बिगाड़ सकते हैं बीजेपी और कांग्रेस का खेल
त्रिकोणीय हो सकता है पवई विधान सभा चुनाव
पन्ना जिले की पवई विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी की तरफ से दावेदारी कर रहे डॉक्टर अमित खरे ने भाजपा का दामन छोड़कर समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। गत रोज समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक दिवसीय मध्यप्रदेश के दौरे पर आए थे,इस दौरान उन्होंने खजुराहो में समाजवादी पार्टी की सदस्यता ली | डॉ खरे अब साइकिल की सवारी करने का संकेत दे दिया है |समाजवादी पार्टी द्वारा यदि विधानसभा चुनाव में डॉ अमित खरे को पवई विधानसभा का प्रत्याशी घोषित किया जाता है,तो डॉ अमित खरे बीजेपी और कांग्रेस दोनों के समीकरण बिगाड़ सकते हैं और त्रिकोणीय मुकाबला हो सकता है | गौरतलब हो की डॉ अमित खरे भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ के जबलपुर इकाई में सहसंयोजक थे और उन्होंने पवई विधानसभा क्षेत्र में एक वर्ष से ज्यादा समय से सक्रिय रहते हुए इस बार वहां से विधानसभा उम्मीदवार बनाए जाने के लिए दावेदारी कर रहे थे, हाल ही में संपन्न हुई जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान उनके द्वारा यात्रा का कई जगह सैकड़ो की तादात में लोगों को एकत्रित कर उसका स्वागत करते हुए उसको सफल बनाए जाने के लिए जी तोड़ मेहनत की | लेकिन अचानक उनका भाजपा से मोह भंग हो गया और उन्होंने सपा की सदस्यता ग्रहण कर ली।
डॉ अमित खरे ने कोरोना काल में जब लोग काफी परेशान थे उस समय उन्होंने पवई विधानसभा क्षेत्र के लोगों की काफी मदद की और तभी से उनको इस क्षेत्र में काफी तबज्जो मिलने लगी। श्री खरे जो मूलतः सिमरिया के रहने वाले हैं और उनके द्वारा लोगों को इलाज के लिए निशुल्क उपचार की व्यवस्था की तो वहीं गंभीर रूप से बीमार लोगों को भी मदद पहुंचाई गई।विधानसभा चुनाव के ऐन वक्त पर डॉ अमित खरे का समाजवादी पार्टी में शामिल होना,इस बात का संकेत है की वह समाजवादी पार्टी से उम्मीदवार हो सकते हैं और यदि इनको उम्मीद बार बनाया जाता है तो निश्चित तौर पर पवई विधानसभा का चुनाव त्रिकोणीय बन सकता है और काफी दिलचस्प हो सकता है,हालांकि अभी यह नहीं कहा जा सकता है कि उनकी सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाए जाने के लिए क्या बातें हुई।
रिपोर्ट राम सिंह