
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को मऊगंज जिले के नई गड़ी जनपद पंचायत स्थित बहुती जलप्रपात का अवलोकन किया। उन्होंने व्यू प्वाइंट से गिरती हुई दूधिया जलधारा और इंद्रधनुष की मनमोहक छटा का आनंद लिया। मुख्यमंत्री ने जलप्रपात के समीप गौपूजन कर स्थानीय परंपराओं का सम्मान किया।
इस अवसर पर रकरी गांव के गौसेवक सौखीलाल यादव ने अपनी विशेष कला से गौमाताओं को बुलाकर मुख्यमंत्री को भेंट की। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी आश्रम की दीदीओं ने मुख्यमंत्री का सम्मान कर स्मृति चिन्ह प्रदान किया।
बहुती जलप्रपात में पारंपरिक स्वागत भी हुआ। स्थानीय लोक कलाकारों ने बघेली शैली नृत्य और अहिरहाई लोकनृत्य की प्रस्तुतियाँ देकर मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया।
कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल, जिले के प्रभारी मंत्री श्री लखन पटेल, विधायकगण, रीवा कमिश्नर श्री बी.एस. जामोद, आई.जी. श्री गौरव राजपूत, कलेक्टर श्री संजय जैन और पुलिस अधीक्षक श्री प्रजापति सहित बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।
कलेक्टर संजय जैन ने बताया कि बहुती जलप्रपात को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने के लिए 10 करोड़ रुपए की कार्ययोजना प्रस्तावित की गई है। इसके अप स्ट्रीम में स्टॉप डैम का निर्माण कर जल धारा को वर्षभर अविरल बनाए रखने की योजना है।
यह प्रपात प्रदेश का सबसे ऊँचा जलप्रपात है, जहाँ सेलर नदी 650 फीट की ऊँचाई से दो धाराओं में विभक्त होकर गिरती है। जुलाई से सितम्बर तक यहाँ का दृश्य विशेष आकर्षक होता है। अष्टभुजा देवी मंदिर और पास के प्रागैतिहासिक भित्ति चित्र इसे ऐतिहासिक व धार्मिक महत्व भी प्रदान करते हैं। प्रयागराज और बनारस से सीधे सड़क मार्ग से जुड़ाव के कारण उत्तरप्रदेश से भी बड़ी संख्या में पर्यटक यहाँ पहुँचते हैं।









