
देश का सबसे शक्तिशाली छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) अपने कार्यकर्ताओं के त्याग, समर्पण और संगठन निष्ठा के लिए जाना जाता है। इसी परंपरा को आगे बढ़ाने वाले भोपाल महानगर संगठन मंत्री श्री योगेश गोरे जी का जीवन युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
आज उनके जन्मदिन के अवसर पर, पूरा संगठन उन्हें शुभकामनाएँ अर्पित करता है और उनके संगठन समर्पण को नमन करता है।
संगठन का सेवक, समाज का मार्गदर्शक
योगेश गोरे जी ने विद्यार्थी जीवन से ही राष्ट्र और समाज के उत्थान का संकल्प लिया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़कर उन्होंने न केवल छात्रों की समस्याओं के समाधान में अग्रणी भूमिका निभाई, बल्कि संगठन के माध्यम से राष्ट्र निर्माण की दिशा में भी निरंतर कार्य किया।
उनकी पहचान एक ऐसे कार्यकर्ता के रूप में है जो “पद से नहीं, परिश्रम से” सम्मान अर्जित करते हैं। उनकी सरलता, संयम और संगठन के प्रति समर्पण ने उन्हें छात्रों और कार्यकर्ताओं के बीच अत्यंत लोकप्रिय बना दिया है।
संगठन विस्तार में उनका योगदान
भोपाल महानगर जैसे सक्रिय और व्यापक क्षेत्र में संगठन मंत्री के रूप में योगेश गोरे जी ने ABVP के वैचारिक प्रभाव और संगठनिक संरचना को नई ऊर्जा प्रदान की है।
उनके नेतृत्व में न केवल अनेक विश्वविद्यालय इकाइयाँ सशक्त हुई हैं, बल्कि कार्यकर्ता विकास की नई परंपराएँ भी प्रारंभ हुई हैं।
उनकी प्रेरणा से अनेक युवा राष्ट्रहित में सक्रिय हुए हैं, जो आज समाज के विभिन्न क्षेत्रों में परिषद की विचारधारा का परचम लहरा रहे हैं।
विचार, विनम्रता और विकास का संगम
योगेश गोरे जी की कार्यशैली का सबसे बड़ा गुण है — विचार की दृढ़ता और व्यवहार की विनम्रता।
वे सदैव संगठन के प्रत्येक कार्यकर्ता को साथ लेकर चलने में विश्वास रखते हैं। चाहे परिषद के आंदोलन हों, सामाजिक कार्यक्रम या शिक्षा-सुधार की पहल — योगेश जी हर मोर्चे पर अग्रणी रहते हैं।
उनकी प्रेरणा से भोपाल महानगर में संगठन की शाखाएँ सुदृढ़ हुई हैं और परिषद का जनाधार पहले से कहीं अधिक व्यापक हुआ है।
जन्मदिन पर श्रद्धा और शुभकामनाएँ
योगेश गोरे जी का जीवन दर्शाता है कि जब व्यक्ति संगठन को सर्वोपरि मानकर कार्य करता है, तब वह केवल पद नहीं निभाता — वह पीढ़ियों को दिशा देता है।
आज उनके जनदिवस पर भोपाल महानगर का हर कार्यकर्ता, छात्र, और शुभचिंतक गर्व से कह सकता है —
“योगेश जी जैसे कार्यकर्ता ही ABVP की आत्मा हैं।”
सभी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, मध्यप्रदेश परिवार की ओर से उन्हें दीर्घायु, उत्तम स्वास्थ्य और संगठन सेवा के निरंतर पथ पर अग्रसर रहने की शुभकामनाएँ देते हैं।









