पिरामल फाउंडेशन ने स्वस्थ विभाग के साथ मिलकर मलेरिया उन्मुलन पर ग्रामीणों को किया जागरूक

रिपोर्ट सूरज साहू
नारायणपुर – नारायणपुर जिले के बागबेड़ा गांव में पीरामल फाउंडेशन द्वारा पंचायत सदस्यों, शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, महिला बाल विकास, मितानिन एवं समुदाय के लोगों द्वारा मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के तहत मलेरिया उन्मूलन पर जागरूकता अभियान चला कर कोलैबोरेशन का सही नमूना पेश किया एवं 200 से अधिक लोगों को जागरूक किया।
इस जागरूकता अभियान में प्रोजेक्टर एवं नुक्कड़ नाटक द्वारा मलेरिया संबंधी जानकारी दी गई। जिसमें खून जांच,पूर्ण उपचार, मच्छरदानी का उपयोग, एंटी लारवा का सही तरीके से छिड़काव,लारवा नष्ट करने के अन्य उपाय आदि को शामिल किया गया था। इस नाटक की सबसे खास बात यह थी कि मितानिन, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, समुदाय के कुछ महिलाएं, स्कूल के बच्चे, यहां तक की इसमें 6 माह के बच्चे को भी शामिल किया गया था। जिससे यह संदेश देने की कोशिश की गई कि समुदाय में सभी लोग एक साथ मिलकर किसी भी समस्या का सामना एवं बीमारियों को आसानी से खत्म कर सकते हैं।
साथ ही डॉ. बी.एन.बघेल एवं वर्षा मिश्रा द्वारा मच्छर की जीवन चक्र, मलेरिया संक्रमण एवं मलेरिया से बचने के उपाय पर ग्रामीणों से चर्चा की। इस चर्चा पर आगे प्रकाश डालते हुए “कोई भी बुखार मलेरिया हो सकता है” इसलिए बुखार आने के 24 घंटे के भीतर खून जांच, मलेरिया निकलने पर पूर्ण उपचार और परिवार के सभी सदस्यों के खून जांच एवं 28 दिन बाद रक्त पट्टी से पुनः खून जांच की सलाह दी।इसके अलावा सचिव व पंच सदस्यों द्वारा बोरवेल समुदाय के लोगों, हॉस्टल से आने वाले छात्र आदि के खून जांच करवाना सुनिश्चित किया।साथ ही शिविर के माध्यम से घर-घर जांच के दौरान छूते हुए लोगों या जांच के बाद बुखार से पीड़ित लोगों की खून जांच कर उपचार उपलब्ध कराया गया।
इस अवसर पर, स्वास्थ्य विभाग से बीपीएम अनिल कुमार कुजूर, जिला मलेरिया कंसलटेंट बी एन बघेल, मीनल जी एवं छत्रपाल साहू, आर एच ओ एच एम देवांगन, सरपंच रानो पोटाई , उपसरपंच जंगलू वद्दे, सचिव पुरन देवांगन, शिक्षक गण, और पिरामल टीम मौजूद थे। बता दें कि पिरामल फाउंडेशन के “एक्सप्रेशनल भारत कोलैबोरेशन” प्रोग्राम के तहत टीम द्वारा लगातार जिले में स्वस्थ पंचायत को लेकर कार्य किया जा रहा है जिसमे PRI मेंबर को स्वास्थ्य से जोड़ने का प्रयास भी किया जा रहा है जो कि बहुत ही सराहनीय कार्य है।