क्षय निदान केंद्र में पीओएल राशि के नाम पर की जा रही अवैध वसूली

रिपोर्ट कृष्णा राव वागद्रे
जिला प्रोग्रामिंग कोऑर्डिनेटर के खिलाफ अवैध वसूली के आरोप,कांग्रेस नेता शिवप्रसाद अहिरवार ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
बैतूल। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी अनुसूचित जाति विभाग के पूर्व प्रदेश संयोजक व बैतूल जिला पूर्व प्रभारी कांग्रेस नेता शिवप्रसाद अहिरवार ने क्षय निदान केंद्र के जिला प्रोग्रामिंग कोऑर्डिनेटर के खिलाफ अवैध वसूली के आरोप लगाते हुए कलेक्टर से शिकायत की है। उन्होंने आरोप लगाया कि क्षय निदान केंद्र में डीपीसी के पद पर पदस्थ अजय नागले के द्वारा पीओएल की राशि देने में कर्मचारियों से अवैध वसूली की जा रही है।
अहिरवार ने 2014 से 2023 तक सिविल सर्जन कार्यालय व सीएमएचओ कार्यालय में आए फण्ड, जिला क्षय केंद्र बैतूल को 2016 से 2023 तक का आशा कार्यकर्ताओं को किए गए भुगतान राशि की उचित जांच, वर्ष 21 से 2023 तक सभी कर्मचारियों को देय पीओएल की राशि भुगतान की जांच, वर्ष 16, 18, 21 से 23 तक एन.एच.एम के द्वारा डीटीसी बैतूल को कितने फंड का भुगतान किया गया, इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग की। ज्ञापन सौंपने वालों में कांग्रेस नेता अर्जुन, आशीष दुबे, प्रदीप अहिरवार, संजय ठाकुर उपस्थित थे।
— यह है पूरा मामला —
कांग्रेस नेता शिव प्रसाद अहिरवार ने बताया कि हरिदयाल गांठे एसटीएलएस के पद पर जिला बैतूल के सीएचसी प्रभात पट्टन में पदस्थ हैं। बैतूल डीटीसी में पदस्थ डीपीसी अजय नागले के द्वारा पीओएल की राशि का भुगतान करवाने के नाम से हरिदयाल गांठे एवं अन्य कर्मचारियों पर दबाव बनाकर अवैध वसूली की गई। पीड़ित के अनुसार अजय नागले ने उनके परिचित धनराज करोले के खाते में पैसे डलवाए। मोबाइल नंबर 88 89 135571 पर 7 हजार रुपये एक ईमानदार संविदा कर्मचारियों से वसूली गई है। कांग्रेस नेता शिव प्रसाद अहिरवार का कहना है कि हरिदयाल गांठे के द्वारा क्षेत्र में निरंतर कार्य किया जा रहा है। वे क्षेत्र में बराबर स्वास्थ्य सुविधा देते चले आ रहे हैं। ये भोपाल जिले के रहने वाले हैं तथा अपने विकलांग और बूढ़े मां-बाप का एक मात्र सहारा है, वे इसी संविदा नौकरी पर निर्भर है। पीड़ित के द्वारा समय-समय पर अपने विभाग के आला अधिकारियों से भोपाल एनएचएम व बैतूल जिला के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को अपनी ड्यूटी निभाते हुए रजिस्टर्ड डाक के द्वारा भ्रष्टाचार की शिकायत की गयी थी, लेकिन आज दिनांक तक भ्रष्टाचार में लिप्त अजय नागले के खिलाफ कार्यवाही नहीं की गई। अहिरवार ने आरोप लगाया कि अजय नागले के इशारे पर किन्हीं अज्ञात व्यक्तियों के द्वारा सीएम हेल्पलाइन पर झूठी शिकायत कर आचार संहिता का उलंघन की झूठी शिकायत करवा कर नौकरी से निकलवाने के पूरे प्रयास किया जा रहे हैं, जिससे भ्रष्टाचार उजागर ना हो सके।पीड़ित ने बताया कि शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है। अहिरवार ने स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अजय नागले को स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ आला अधिकारियों का भरपूर संरक्षण मिल रहा है।